हैदराबाद, 22 दिसंबर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार (राजग) सरकार को किसान विरोधी और उद्योगपतियों की हितैषी करार देते हुए तेलंगाना की सत्तारूढ़ पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधानपरिषद सदस्य के. कविता ने बृहस्पतिवार को भाजपा की जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि बैंकों के कॉरपोरेट कर्ज नहीं चुकाने वाले जब जनता के पैसे लूट रहे थे, तब ‘चौकीदार’ होने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सो रही थी।
राज्यसभा में हाल में दिये गये एक जवाब का हवाला देते हुए उन्होंने दावा किया कि ‘‘देश में 19,40,000 करोड़ रुपये का कॉरपोरेट ऋण माफ कर दिया गया है।’’
उन्होंने निजामाबाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ देश के लोगों से मेरी प्रार्थना है। हमें अब अहसास करना चाहिए कि जो लोग, पार्टी और सरकार दावा करती है कि वे इस देश में चौकीदार होंगे, वे तब सो रहे थे जब उद्योगपति इस देश को लूटकर भाग रहे थे। हमें सोता हुआ चौकीदार नहीं चाहिए। हमें ‘जिम्मेदार नेता’ चाहिए ताकि इस देश की संपत्ति इस देश में ही रहे।’’
कविता ने कहा कि यदि राजग सरकार ईमानदार है तो वे इन सभी ‘लुटेरों को’ देश में वापस लाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसानों, गरीब लोगों पर बोझ डालना तथा दूध एवं दही जैसी जरूरी वस्तुओं पर कर लगाना देश को आगे बढ़ाने का तरीका नहीं है।
मनरेगा कार्यों के सिलसिले में तेलंगाना सरकार को केंद्र द्वारा कथित रूप से नोटिस भेजे जाने पर एतराज जताते हुए उन्होंने कहा कि बीआरएस केंद्र के विरुद्ध शुक्रवार को राज्य में प्रदर्शन करेगी।
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