Chitrakoot Jail Hatyakand: मेराज अली और मुकीम काला के शव उनके परिजनों को सौंपे गए
चित्रकूट जिला जेल में शुक्रवार को दो गिरोहों के बीच झगड़े में मारे गए कुख्यात अपराधी मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली और मुकीम काला के शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने शनिवार को उनके परिजनों को सौंप दिया.
चित्रकूट (उत्तर प्रदेश), 15 मई : चित्रकूट जिला (Chitrakoot District) जेल में शुक्रवार को दो गिरोहों के बीच झगड़े में मारे गए कुख्यात अपराधी मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली और मुकीम काला के शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने शनिवार को उनके परिजनों को सौंप दिया. वहीं, सुरक्षाकर्मियों के साथ संक्षिप्त मुठभेड़ में मारे गए अंशुल दीक्षित के शव का अभी पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है. चित्रकूट के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शैलेन्द्र कुमार राय ने बताया, ‘‘शुक्रवार को आपसी झड़प में गैंगस्टर अंशुल दीक्षित द्वारा चलायी गयी गोली लगने से मारे गए कुख्यात अपराधी मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली और मुकीम काला के शव पोस्टमॉर्टम के बाद शनिवार दोपहर उनके परिजनों को सौंप दिए गए.’’
उन्होंने बताया, ‘‘बाद में सुरक्षाकर्मियों की जवाबी कार्रवाई में मारे गए गैंगस्टर अंशुल दीक्षित के शव का अभी पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है.’’ गौरतलब है कि शुक्रवार को आपसी विवाद के बाद जिले की रगौली जेल के अंदर गैंगस्टर अंशुल दीक्षित ने कुख्यात अपराधी मेराज अली और मुकीम काला की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों की जवाबी कार्रवाई में अंशुल दीक्षित भी मारा गया. यह भी पढ़ें : मिश्रित कोविड वैक्सीन सुरक्षित, लेकिन साइड इफेक्ट में बढ़ोतरी की संभावना : लांसेट
आधिकारिक बयान के अनुसार, इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों की एक जांच टीम गठित कर छह घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी थी जिसके आधार पर प्रशासन ने जेल अधीक्षक और जेलर को निलंबित कर दिया है. अपर मुख्य सचिव गृह व कारागार अवनीश कुमार अवस्थी ने शुक्रवार की रात 'पीटीआई-' को बताया था कि घटना की जांच रिपोर्ट के आधार पर चित्रकूट जेल के अधीक्षक एसपी त्रिपाठी और जेलर महेंद्र पाल को निलंबित कर दिया गया है.