चेन्नई, एक सितंबर: ग्रैंडमास्टर डी गुकेश तीन दशक से अधिक समय के बाद महान विश्वनाथन आनंद की जगह भारत के शीर्ष शतरंज खिलाड़ी बन गये हैं. आनंद जुलाई 1986 से भारत के नंबर एक रहे हैं. चेन्नई का 17 वर्षीय यह ग्रैंडमास्टर बाकू में फिडे विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में मैग्नस कार्लसन से हार गया था. वह रैंकिंग में आनंद से आगे निकलकर विश्व में आठवें नंबर पर पहुंच गए. यह भी पढ़ें: Asian Games 2023: खेलमंत्री अनुराग ठाकुर ने ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानानंदा का किया अभिनंदन, कहा- यकीन है कि जीतेंगे पदक
गुकेश पहली बार रेटिंग सूची के शीर्ष 10 में शामिल हुए. फिडे की एक सितंबर की रैंकिंग के मुताबिक गुकेश के नाम 2758 रेटिंग अंक है जबकि आनंद 2754 रेटिंग अंक के साथ नौवें स्थान पर है. गुकेश ने एक अगस्त की रैंकिंग सूची के मुताबिक तीन स्थान का सुधार किया है.
विश्व कप के फाइनल में मैग्नस कार्लसन से हार का सामना करने वाले एक अन्य युवा भारतीय खिलाड़ी आर प्रज्ञानानंदा 2727 रेटिंग अंक के साथ इस सूची में 19वें स्थान पर पहुंच गये है. वह गुकेश और आनंद के बाद भारत के तीसरे सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाले खिलाड़ी हैं. इस रैंकिंग में शीर्ष 30 में पांच भारतीय है. विदित संतोष गुजराती 27वें और अर्जुन ऐरिगेसी 29वें स्थान पर है. अनुभवी पी हरिकृष्णा 31वें पायदान पर है.
गुकेश ने बाकू में विश्व कप के दौरान फिडे की लाइव विश्व रैंकिंग में अपने आदर्श और गुरु आनंद को पीछे छोड़ा था. आनंद एक जुलाई, 1986 से भारत के शीर्ष खिलाड़ी है. वह 37 वर्षों से अधिक समय तक इस स्थान पर रहे.
गुकेश और प्रज्ञानानंदा भारत की एशियाई खेलों की टीम का हिस्सा है. यह दोनों खिलाड़ी कोलकाता में अभ्यास शिविर में भाग लेने के बाद पांच सितंबर से शुरू होने वाले टाटा स्टील शतरंज टूर्नामेंट में चुनौती पेश करेगे.
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