नयी दिल्ली, 26 दिसंबर केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकारों को राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (एनएफडीबी) के तकनीकी सहयोग से मत्स्य पालन क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी लानी चाहिए।
रूपाला ने हरियाणा और महाराष्ट्र सरकारों से बेहतर घरेलू विपणन को मछली बाजार स्थापित करने के लिए एनएफडीबी का तकनीकी समर्थन लेने को कहा।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि विशाखापत्तनम में एनएफडीबी की 10वीं संचालन मंडल की बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री ने मछली चारा उत्पादन के महत्व पर जोर दिया, जिसकी निर्यात बाजार में उच्च मांग है।
मंत्री ने एक सम्मिलन प्रारूप के तहत 151.81 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ केंद्रीय क्षेत्र के तहत स्वीकृत विशाखापत्तनम मत्स्य पालन हार्बर परियोजना की प्रगति की भी समीक्षा की।
रूपाला ने मछुआरों के संघों के साथ बातचीत की और उन्हें मछली पकड़ने के बंदरगाहों पर आवश्यक क्षेत्रों व घटकों की पहचान करने के लिए पोर्ट ट्रस्ट के साथ समन्वय करने की सलाह दी।
बैठक में आंध्र प्रदेश के मत्स्य पालन मंत्री सीदिरी अप्पालाराजू और केंद्र सरकार के अधिकारी भी मौजूद थे।
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