केन्द्र सरकार का ध्यान मध्यमवर्ग, गरीब, आदिवासी, दलित, पिछड़ा वर्ग आदि की ओर नहीं है: सोरेन
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि केन्द्र सरकार का ध्यान मध्यमवर्ग, गरीब, आदिवासी, दलित, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों की ओर नहीं है. सोरेन बृहस्पतिवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे.
रायपुर, 28 अक्टूबर : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि केन्द्र सरकार का ध्यान मध्यमवर्ग, गरीब, आदिवासी, दलित, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों की ओर नहीं है. सोरेन बृहस्पतिवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे. यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान केंद्र सरकार के कामकाज से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि '' केंद्र सरकार के हर निर्णय से केवल राजनीतिक लोग ही नहीं आप भी (सभी लोग) प्रभावित होते हैं. महंगाई, रोजगार, देश की अर्थ व्यवस्था आज किस जगह है. केन्द्र सरकार का ध्यान मध्यमवर्गीय लोगों, गरीब, आदिवासी, दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की ओर नहीं है.’’
सोरेन ने राज्य में नक्सली समस्या को लेकर कहा कि ''नक्सलवाद केवल झारखंड की समस्या नहीं है. यह देश की समस्या है. इस विषय को लेकर हमारी और प्रभावित राज्यों की बैठकें होती हैं, समीक्षाएं होती हैं. आप अभी के आंकड़ों और पूर्व के आंकड़ों की तुलना करेंगे,तो पाएंगे कि नक्सली मामलों में लगातार गिरावट आई है. विभिन्न राज्यों की सरकारों के प्रयास से नक्सलियों पर बहुत काबू पाया गया है.’’ यह भी पढ़ें : Madhya Pradesh: नाशिक से इंदौर आ रही यात्री बस पलटी : दो लोगों की मौत, 10 घायल
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के साथ झारखंड की सीमा मिलती है और नक्सल समस्या से निपटने के लिए दोनों राज्य कई जगह मिलकर काम कर रहे हैं. राज्य में विपक्ष के संबंध में एक प्रश्न के उत्तर में झारखंड के मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष की भूमिका सार्थक होनी चाहिए, सरकार के काम में अड़चन पैदा करना या षड़यंत्र रचने का प्रयास नहीं होना चाहिए. यदि सकारात्मक विपक्ष हो तब विकास तेज गति से होता है.