CBSE Class 10 Results: सीबीएसई ने बढ़ाई समयसीमा, स्कूल अब 30 जून तक जमा कर सकते हैं 10वीं के छात्रों के अंक
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं कक्षा की परीक्षा के अंकों की गणना एवं सारणीबद्ध करने तथा इसे बोर्ड को भेजने की समयसीमा को 30 जून तक बढ़ा दिया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सीबीएसई ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह अंकों को सारणीबद्ध करने की पूरी प्रक्रिया 11 जून तक पूरा कर लेगी और परिणाम 20 जून तक घोषित किये जायेंगे.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं कक्षा की परीक्षा के अंकों (Class 10 Marks) की गणना एवं सारणीबद्ध करने तथा इसे बोर्ड को भेजने की समयसीमा को 30 जून तक बढ़ा दिया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सीबीएसई ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह अंकों को सारणीबद्ध करने की पूरी प्रक्रिया 11 जून तक पूरा कर लेगी और परिणाम 20 जून तक घोषित किये जायेंगे. हालांकि, कोविड-19 महामारी की वर्तमान स्थिति और कई राज्यों में लॉकडाउन (Lockdown) लागू होने के कारण शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए समयसीमा बढ़ाने का फैसला किया गया है. सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, ‘‘सीबीएसई शिक्षकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है. महामारी की स्थिति और कुछ राज्यों में लॉकडाउन तथा संबद्ध स्कूलों के शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने तिथियों को आगे बढ़ाने का फैसला किया है.’’ यह भी पढ़ें- CBSE 12th Board Exams 2021: सीबीएसई ने कहा- 12वीं बोर्ड की लंबित परीक्षा के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा, ‘‘अंक 30 जून तक बोर्ड को भेज दिये जायेंगे. शेष गतिविधियों के बारे में सीबीएसई की योजना के आधार पर परिणाम समिति अपना कार्यक्रम तय कर सकती है.’’ गौरतलब है कि सीबीएसई ने इस महीने के प्रारंभ में 10वीं बोर्ड की रद्द की गई परीक्षा के संबंध में अंकों की गणना का फार्मूला पेश किया था. यह परीक्षा देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए रद्द कर दी गई थी.
ANI का ट्वीट-
इस फार्मूले के तहत प्रत्येक विषय में 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के होंगे और 80 अंकों की गणना वर्ष भर में कक्षा में विभिन्न परीक्षा या टेस्ट में छात्र को मिले अंकों के आधार पर होगी. बोर्ड ने स्कूलों को परिणाम समिति का गठन करने को कहा था जिसमें अंकों को अंतिम रूप देने के लिये प्राचार्य और सात शिक्षक शामिल होंगे. स्कूल के पांच शिक्षक गणित, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और दो ओं के होंगे तथा दो शिक्षक पड़ोस के स्कूल के होंगे जो समिति में बाह्य सदस्य के रूप में होंगे.