नयी दिल्ली, 23 दिसंबर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक नया अत्याधुनिक ऑनलाइन मंच ‘भारतपोल’ तैयार किया है, जो राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बलों और केंद्रीय एजेंसियों को विदेश में छिपे भगोड़े व्यक्तियों या अन्य मामलों के बारे में इंटरपोल से सूचना मांगने के लिए अपने अनुरोध भेजने की सुविधा देगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो भारत का राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो है जो इंटरपोल से संबंधित मामलों के लिए जिम्मेदार है।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद के समक्ष इस तरह के सभी संचार आदान-प्रदान को एक समर्पित ऑनलाइन मंच पर लाने का विचार रखा गया, जिससे महत्वपूर्ण मामलों में प्रक्रिया का समय कम हो जाएगा और प्रत्येक मामले की प्रगति की निगरानी करना आसान हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि सीबीआई द्वारा आंतरिक रूप से डिजाइन और निष्पादित की गई यह परियोजना परीक्षण चरण में है और इसे सात जनवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शुरू किये जाने की उम्मीद है।
इंटरपोल के माध्यम से, सीबीआई भारत में अपराध या अपराधियों की जांच में सहायता के लिए इंटरपोल के अन्य सदस्य देशों की समान एजेंसियों से आवश्यक जानकारी मांग सकती है तथा अन्य देशों की सहायता के लिए आपराधिक डेटा और खुफिया जानकारी साझा कर सकती है।
सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियां विदेश में छिपे भगोड़े व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल रेड नोटिस, लापता व्यक्तियों के लिए येलो नोटिस, आपराधिक जांच के संबंध में किसी व्यक्ति की पहचान, स्थान या गतिविधियों के बारे में जानकारी के लिए ब्लू नोटिस और ऐसे अन्य मुद्दों के लिए सीबीआई को अपने अनुरोध प्रस्तुत करती हैं।
सीबीआई के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियां इंटरपोल संपर्क अधिकारियों को नियुक्त करती हैं, जो किसी भी मुद्दे पर इंटरपोल से सूचना की आवश्यकता होने पर सीबीआई के साथ नियमित संपर्क बनाए रखते हैं।
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