जयपुर, नौ फरवरी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आंदोलन करने वालों के लिए 'आंदोलनजीवी' शब्द के इस्तेमाल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि यह उनकी लोकतंत्र विरोधी सोच का सबूत है।
गहलोत ने ट्वीट किया,‘‘ महात्मा गांधी देश की मांगों के लिए अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन करते थे। अहिंसक आंदोलने के दम पर ब्रिटिश साम्राज्य को भारत से खदेड़ने वाले गांधीजी के देश में आंदोलन कर रहे लोगों को प्रधानमंत्री द्वारा आंदोलनजीवी कहना उनकी लोकतंत्र विरोधी सोच का सबूत है। भारत की बुनियाद आंदोलनों से बनी है।’’
गहलोत ने कहा,‘‘आजादी से पूर्व आरएसएस स्वतंत्रता आंदोलन से और आजादी के बाद जनसंघ और भाजपा ने जनहित आंदोलनों से हमेशा दूरी बनाए रखी इसलिए वे आंदोलनों का महत्व नहीं समझते।’’
मुख्यमंत्री के अनुसार 100 से ज्यादा किसानों की मौत पर एक शब्द बोलने की बजाय प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी शहादत का मजाक उड़ाने का प्रयास किया है जो निंदनीय है।
गहलोत ने कांग्रेस पार्टी 'सोशल मीडिया से जुड़ने के लिए अभियान की शुरुआत पर एक वीडियो संदेश भी शेयर किया।
इसमें उन्होंने लोकतंत्र को खतरे में बताते हुए कहा,‘‘ आज लोकतंत्र खतरे में है जिस रूप में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार चल रही है, इस सरकार से न्यायपालिका, सीबीआई, आयकर विभाग, ईडी, निर्वाचन आयोग जैसी तमाम संस्थाएं दबाव में काम कर रही हैं। ऐसे हालात में लोकतंत्र कैसे जिंदा रहेगा। समाज का हर तबका देश के भविष्य को लेकर चिंतित है।’’
गहलोत के कहा कि युवा पीढ़ी आगे आकर कांग्रेस के इस अभियान से जुड़े ताकि सही तस्वीर देश की जनता तक पहुंचे, ये हमारा प्रयास होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया के माध्यम से हम अपनी बात पहुंचा सकते हैं, जब मीडिया दबाव में है तब इसकी और ज्यादा आवश्यकता बढ़ गई है।
वहीं पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस अभियान की शुरुआत एक संवाददाता सम्मेलन में की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा,‘‘ इस अभियान के तहत युवाओं को जोड़कर सत्यमेव जयते के आधार पर काम करेंगे।’’
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