बेंगलुरु, 14 जनवरी कर्नाटक मंत्रिमंडल में विस्तार के बाद पार्टी के भीतर उठ रही विरोध की आवाजों के बीच मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने बृहस्पतिवार को असंतुष्ट भाजपा नेताओं से कहा कि वे अपनी समस्याएं पार्टी आलाकमान के समक्ष रखें और दल को नुकसान पहुंचाने वाली टिप्पणियां करने से बचें।
मुख्यमंत्री ने 17 महीने पुराने अपने मंत्रिमंडल में बुधवार को विस्तार करते हुए सात नए मंत्रियों को शामिल किया जबकि आबकारी मंत्री एच. नागेश को कैबिनेट से बाहर किया गया। विस्तार के दौरान मंत्री बनने की अच्छा रखने वाले कुछ विधायकों को पद नहीं मिलने के बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से अपना नाराजगी जाहिर की।
बेंगलुरु में पत्रकारों से बातचीत में येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘अगर भाजपा विधायकों को कोई भी समस्या है तो वे दिल्ली जा सकते हैं, हमारे राष्ट्रीय नेताओं से मिल सकते हैं, उन्हें तमाम सूचनाएं दे सकते हैं और अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। मैं उसका विरोध नहीं करूंगा, लेकिन मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि गलत बातें बोलकर वे पार्टी की छवि खराब ना करें।’’
मुख्यमंत्री ने कहाकि उनकी शिकायतों पर फैसला केन्द्रीय नेतृत्व करेगा तथा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को स्थिति की जानकारी है।
बाद में दावणगेरे में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि इस मुद्दे पर जो उनके हाथ में था, उन्होंने किया। येदियुरप्पा ने उनके खिलाफ गलत बोलने वाले लोगों को आगाह भी किया।
येदियुरप्पा ने हालांकि आरआर नगर से विधायक मुनिरत्न को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने के सवाल पर कुछ नहीं कहा। जबकि, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए विधायक से मुख्यमंत्री ने वादा किया था कि आरआर नगर सीट जीतने पर उन्हें मंत्री पद दिया जाएगा।
कर्नाटक में 17 महीने पुरानी कैबिनेट का बुधवार को विस्तार करते हुए मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने सात नए मंत्रियों को इसमें शामिल किया। इसके अलावा मंत्रिमंडल से आबकारी मंत्री एच. नागेश को बाहर किया गया है, जिसके कारण कैबिनेट में एक सीट रिक्त हो गई है। राज्यपाल वजुभाई वाला ने राजभवन में आयोजित एक समारोह में मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी।
नए मंत्रियों में विधायक उमेश कट्टी (हुक्केरी), एस. अंगारा (सुल्लिआ), मुरुगेश निरानी (बिल्गी) और अरविंद लिम्बावली (महादेवपुरा) और एमएलसी आर. शंकर, एम. टी. बी. नागराज और सी. पी. योगेश्वर शामिल हैं।
येदियुरप्पा की आलोचना करने वाले विजयपुरा सिटी के विधायक बी. पाटिल यत्नाल ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वह वरिष्ठता और ईमानदारी को ध्यान में रखे बगैर ब्लैकमेल होकर नियुक्तियां कर रहे हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री और उनके परिवार पर कर्नाटक भाजपा को हाईजैक करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वह राज्य को येदियुरप्पा परिवार के वंशवाद की राजनीति से मुक्त कराएं।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ब्लैकमेल करने वालों को मंत्री बना रहे हैं। तीन लोग... एक राजनीतिक सचिव और दो मंत्री पिछले तीन महीने से येदियुरप्पा को सीडी के माध्यम से ब्लैकमेल कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनमें से एक आज मंत्री बनेगा, सीडी से ब्लैकमेल के अलावा विजयेन्द्र (मुख्यमंत्री के पुत्र) को धन देना भी शामिल है।’’
विश्वनाथ ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री के परिवार पर चुटकी लेते हुए लोगों से ‘सन स्ट्रोक’ पर चर्चा करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘रायचूर से चर्चा शुरू करते हैं। विषय है सन स्ट्रोक। मैं आशा करता हूं कि आप समझेंगे।’’ वह अप्रत्यक्ष रूप से येदियुरप्पा द्वारा पार्टी में अपने बच्चों और परिवार के सदस्यों को प्राथमिकता दिए जाने पर चुटकी ले रहे थे।
उन्होंने कहा कि 1990 की दशक में ‘सन स्ट्रोक’ के कारण जनता दल का पतन हो गया, फिर चाहे वह रामकृष्ण हेगड़े, एस. बुगारप्पा, जे. एच. पाटिल या एच. डी. देवेगौड़ा हों।
विश्वनाथ ने कहा, ‘‘अब भाजपा को भी यह सन स्ट्रोक लग रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो कर्नाटक में सन स्ट्रोक लगेगा।’’
एच.डी. कुमारस्वामी नीत पूर्ववर्ती कांग्रेस-जदएस सरकार को गिरा कर 2019 में भाजपा में शामिल हुए 17 विधायकों में विश्वनाथ भी थे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)