प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ सीतलवाड़ के अभियान के पीछे सोनिया का हाथ होने संबंधी भाजपा के आरोप निराधार: कांग्रेस

कांग्रेस ने रविवार को भाजपा के इन आरोपों को ‘‘बेबुनियाद’’ करार दिया कि गुजरात में 2002 में हुए दंगों को लेकर राज्य के तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ द्वारा चलाए गए अभियान के पीछे पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी का हाथ था.

पीएम मोदी (Photo Credits PIB)

नयी दिल्ली, 26 जून : कांग्रेस ने रविवार को भाजपा के इन आरोपों को ‘‘बेबुनियाद’’ करार दिया कि गुजरात में 2002 में हुए दंगों को लेकर राज्य के तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के खिलाफ कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ द्वारा चलाए गए अभियान के पीछे पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी का हाथ था. कांग्रेस ने कहा कि ये आरोप उच्चतम न्यायालय के आदेश की ‘‘सीधी अवमानना’’ हैं. विपक्षी दल की यह प्रतिक्रिया भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन में यह आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद आई है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार, खासतौर पर उसके शिक्षा मंत्रालय ने सीतलवाड़ की ओर से संचालित एक गैर-सरकारी संगठन को 1.4 करोड़ रुपये दिए थे और इस रकम का इस्तेमाल मोदी के खिलाफ अभियान चलाने तथा भारत को ‘‘बदनाम’’ करने के लिए किया गया.

पात्रा ने कहा था, ‘‘वह (सीतलवाड़) अकेली नहीं थीं. प्रेरक शक्ति कौन थी? सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी.’’ उनकी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘भाजपा प्रवक्ताओं का यह आरोप कि तीस्ता सीतलवाड़ ने कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के इशारे पर काम किया, पूरी तरह से फर्जी और बेबुनियाद है.’’ यह भी पढ़ें : पंजीकरण का अधिकार है, पंजीयन रद्द करने का अधिकार चाहता हूं : चुनाव आयोग

सिंघवी ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी इन आरोपों की जोरदार तरीके से निंदा करती है. ये आरोप सीधे तौर पर सर्वोच्च अदालत के फैसले की अवमानना हैं.’’ उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को 2002 के गुजरात दंगा मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा मोदी और अन्य को दी गई ‘क्लीन चिट’ को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी थी. सीतलवाड़ के एनजीओ ने जकिया जाफरी का समर्थन किया था, जिन्होंने अपनी कानूनी लड़ाई के दौरान दंगों के पीछे एक बड़ी साजिश होने का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की थी. जकिया के पति और कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी इन दंगों के दौरान मारे गए थे.

Share Now

\