नयी दिल्ली, 25 सितंबर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे ने वक्फ (संशोधन) विधेयक की जांच तथा समीक्षा कर रही संसदीय समिति को मिले करीब 1.25 करोड़ आवेदनों की बड़ी संख्या पर चिंता जताते हुए इनके स्रोतों की जांच कराने का आह्वान किया. भाजपा सांसद ने आशंका जताई है कि इतनी अधिक संख्या में आवेदन मिलने के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और चीन की भूमिका हो सकती है.
दुबे ने समिति के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल को लिखे एक पत्र में कहा कि इस जांच के दायरे में कट्टरपंथी संगठनों, जाकिर नाइक जैसे व्यक्तियों और पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) व चीन जैसी विदेशी शक्तियों के साथ ही उनके छद्म प्रतिनिधियों की संभावित भूमिका भी शामिल होनी चाहिए. समिति के सदस्य और चार बार के लोकसभा सदस्य दुबे ने कहा कि इस पर फौरन ध्यान देने की जरूरत है कि ये आवेदन कहां-कहां से आए हैं. यह भी पढ़ें : SC On HC Judge: भारत के किसी हिस्से को पाकिस्तान नहीं कह सकते, जज की टिप्पणी का सुप्रीम कोर्ट ने दिया जवाब
उन्होंने दावा किया कि इतने ज्यादा आवेदनों का अकेले भारत से ही आना सांख्यिकीय रूप से असंभव है. उन्होंने इतनी बड़ी संख्या में आवेदन मिलने को ‘‘अप्रत्याशित’’ बताते हुए कहा कि इन आवेदनों के स्रोतों की जांच करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि यह एक चिंताजनक प्रवृत्ति का संकेत देता है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. दुबे ने कहा, ‘‘मेरे विचार से यह महत्वपूर्ण है कि समिति इन चिंताओं पर ध्यान दे ताकि हमारी विधायी प्रक्रिया की अखंडता और स्वतंत्रता सुनिश्चित की जा सके.’’