श्रीनगर, 29 सितंबर जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव न कराकर लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप लगाया और कहा कि यह केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी का षड़यंत्र है।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाए जाने पर जेकेपीसीसी के अध्यक्ष वकार रसूल ने कहा कि संगठन की जम्मू-कश्मीर में मौजूदगी नहीं है और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) इसपर जवाब देगी।
हालांकि उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भी प्रतिबंध लगाने की मांग की।
उन्होंने कहा, “आरएसएस खुद भी एक आपराधिक संगठन है। उन्हें इसपर भी प्रतिबंध लगाना चाहिए और आपको उनका पुराना रिकॉर्ड देखना चाहिए। आज, मोहन भागवत जी कभी-कभी मस्जिद चला जाते हैं, जोकि दिखावा है। उनका आपराधिक इतिहास रहा है।”
रसूल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अंतिम विधानसभा चुनाव 2014 में हुए थे और अब नयी विधानसभा के लिए चुनाव की प्रतीक्षा में लगभग नौ साल बीत चुके हैं।
रसूल ने कहा, “चुनाव बार-बार टाले जा रहे हैं। समय पर चुनाव होना लोकतंत्र की खूबसूरती है। अगर देश के दूसरे राज्यों में समय पर चुनाव हो रहे हैं तो जम्मू-कश्मीर में क्यों नहीं?”
उन्होंने आरोप लगाया, “यह भाजपा का षड़यंत्र है और यही वजह है कि उसने जम्मू-कश्मीर का दर्जा कम करके इसे केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। हम चाहते हैं कि चुनाव कराए जाएं और हम उसके लिए तैयार हैं।”
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