रामनगर (कर्नाटक), 11 जनवरी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को कहा कि 'पदयात्रा' से कांग्रेस को राजनीतिक लाभ मिलने के डर से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसे विफल करने के 'निराश प्रयास' कर रही है।
कावेरी नदी पर मेकेदातु परियोजना के कार्यान्वयन की मांग को लेकर कांग्रेस का आज लगातार तीसरे दिन मार्च जारी है।
योजना के अनुसार पदयात्रा को आगे बढ़ाने की बात पर जोर देते हुए, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता ने भाजपा सरकार पर पड़ोसी तमिलनाडु के साथ मिलकर मेकेदातु परियोजना के कार्यान्वयन में देरी करने का और राज्य के लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया। सिद्धरमैया बुखार से उबरने के बाद आज फिर से मार्च में शामिल हुए थे।
सिद्धरमैया, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार, बेंगलुरु ग्रामीण के सांसद डीके सुरेश, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सहित लगभग 30 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ पदयात्रा में भाग लेने, कोविड-19 के प्रतिबंधों और निषेधात्मक आदेशों का उल्लंघन करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा, “उन्होंने हममें से 30 के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। वे और मामले दर्ज कर सकते हैं। हम मुकदमों से नहीं डरेंगे। अगर उन्हें लगता है कि मामले दर्ज कर हमें डरा सकते हैं तो हम इस भाजपा सरकार को मूर्ख सरकार कह सकते हैं... हम इसे कानूनी तरीके से लड़ सकते हैं।”
यहां संवाददाताओं से बातचीत में, उन्होंने सवाल किया कि विधायक सुभाष गुट्टेदार, एम पी रेणुकाचार्य, केंद्रीय मंत्री शोभा करन्दलाजे और अन्य भाजपा नेताओं के खिलाफ कोविड नियमों के उल्लंघन को लेकर मामला क्यों नहीं दर्ज किया गया जिन्होंने बड़ी संख्या में सभाओं में हिस्सा लिया।
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