नयी दिल्ली, 20 मार्च लंदन में भारतीय लोकतंत्र के संबंध में राहुल गांधी की ओर से की गई टिप्पणी को लेकर जहां संसद के दोनों सदनों में हंगामा बरपा हुआ है, वहीं केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के बीच सोशल मीडिया पर भी जंग तेज हो गई है।
भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर सोमवार को राहुल गांधी की देशभक्ति को लेकर सवाल उठाए गए और इसके परिप्रेक्ष्य में उनकी कुछ पुरानी तस्वीरों का एक कोलॉज भी जारी किया गया है।
ब्रिटेन की लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन, कन्याकुमारी के पादरी जार्ज पोन्नैया, चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकारियों की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच कथित समझौते पर हस्ताक्षर करने की तस्वीरें साझा करते हुए भाजपा ने ट्वीट किया, ‘‘राहुल गांधी हूं। देशभक्त नहीं… ।’’
भाजपा ने इसे कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से रविवार को किए गए उस ट्वीट से भी टैग किया जिसमें विपक्षी पार्टी ने कहा था कि राहुल गांधी ‘‘सावरकर’’ नहीं है जो माफी मांग लेंगे।
राहुल गांधी से दिल्ली पुलिस द्वारा पूछताछ किए जाने के बीच रविवार को कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी की एक तस्वीर ट्वीट की और कहा, ‘‘सावरकर समझा क्या... नाम - राहुल गांधी है।’’
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कानून मंत्री एवं भाजपा नेता किरेन रीजीजू ने ट्वीट किया था, ‘‘कृपया महान आत्मा वीर सावरकर का अपमान न करें। हाथ जोड़कर विनती करता हूं।’’
संसद के बजट सत्र में विगत सोमवार को दूसरे चरण के प्रारंभ से ही भाजपा राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र के बारे में लंदन में दिए गए बयान पर माफी मांगने की मांग पर अड़ी हुई है जबकि कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल अडाणी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने पर जोर दे रहे हैं।
विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण पूरा सप्ताह लोकसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही बाधित रही और अन्य कामकाज भी नहीं हो सका। आज भी दोनों सदनों में इन मुद्दों पर कोई कामकाज नहीं हो सका।
ज्ञात हो कि हाल ही में लंदन में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर ‘‘बर्बर हमला’’ हो रहा है। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा था कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस पर ध्यान देने में नाकाम रहे हैं।
राहुल ने व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष की इन टिप्पणियों से देश में एक नया राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है।
भाजपा जहां उन पर विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करने और विदेशी हस्तक्षेप की मांग करने का आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विदेशों में भारत की आंतरिक राजनीति का मुद्दा उठाने के उदाहरणों का हवाला देते हुए सत्तारूढ़ पार्टी पर पलटवार कर रही है।
ब्रजेन्द्र
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