दुर्ग, 02 अक्टूबर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को दुर्ग जिले में अपने निर्वाचन क्षेत्र में मोटरसाइकिल चलाकर कांग्रेस की ‘भरोसा यात्रा’ का नेतृत्व किया. गांधी जयंती के अवसर पर कांग्रेस ने राज्य के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में एक दिवसीय ‘भरोसा यात्रा’ निकाली. राज्य के सत्ताधारी दल के नेताओं ने बताया कि यात्रा के दौरान लोगों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया गया. उनके मुताबिक, साथ ही केंद्र सरकार की नाकामियों तथा 15 सालों के रमन सरकार के कुशासन को भी प्रचारित किया गया.
दुर्ग जिले के पाटन विधानसभा क्षेत्र के सेलुद गांव में मुख्यमंत्री बघेल ने बुलेट मोटरसाइकिल चलाकर यात्रा की शुरुआत की। यात्रा में बड़ी संख्या में पार्टी नेता और कार्यकर्ता मोटरसाइकिलों पर सवार थे. यात्रा लगभग 40 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद पाटन शहर में समाप्त हुई. यात्रा शुरू होने से पहले कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर धान खरीद पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. बघेल ने कहा, “प्रधानमंत्री ने (बिलासपुर में अपनी रैली के दौरान) लोगों से झूठ कहा कि केंद्र राज्य के किसानों से धान का एक-एक दाना खरीदता है। धान खरीद केंद्र किसने खोले? प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने का निर्णय किसने लिया है? ये सभी कार्य राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे हैं.”
उन्होंने कहा कि जब छत्तीसगढ़ में ‘डबल इंजन’ सरकार (2014-2018) थी, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और रमन सिंह केंद्र और राज्य सरकार का नेतृत्व कर रहे थे, तो उन्होंने किसानों से मौजूदा 15 क्विंटल प्रति एकड़ धान के स्थान पर 10 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदने का फैसला किया था. बघेल ने कहा कि उनकी सरकार ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है जो लोगों के जीवन में बदलाव लाया है. उन्होंने कहा, ''हमने पांच साल में शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में सुधार किया है.''
संवाददाताओं से बात करते हुए बघेल ने कहा कि उनकी पार्टी ने बस्तर जिले में एनएमडीसी के नवनिर्मित नगरनार इस्पात संयंत्र के निजीकरण की केंद्र की योजना के विरोध में बुधवार को शांतिपूर्ण बस्तर बंद करने का फैसला किया है. प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को अपने जगदलपुर दौरे के दौरान इस संयंत्र को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. बघेल ने भाजपा पर राज्य लोक सेवा आयोग (पीएससी) भर्ती में कथित अनियमितताओं को लेकर अफवाह फैलाने का भी आरोप लगाया.
राज्य के मंत्रियों, पार्टी के विधायकों और सांसदों ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में ‘भरोसा यात्रा’ में भाग लिया. राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं. राज्य सरकार ने हाल के महीनों में विभिन्न स्थानों पर 'भरोसे का सम्मेलन' आयोजित किया था जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी भी शामिल हुई थी। इन कार्यक्रमों के दौरान 'भूपेश है तो भरोसा है' और 'भरोसे की सरकार' जैसे नारे लगाए गए. विपक्षी भाजपा ने शनिवार को बिलासपुर शहर में अपनी दो 'परिवर्तन यात्राएं' संपन्न कीं, जहां प्रधानमंत्री मोदी ने समापन समारोह को संबोधित किया.
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