कोलकाता, 28 अप्रैल कोलकाता में अलग-अलग घटनाओं में तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक स्थानीय नेता गंभीर रूप से घायल हो गईं।
इस संबंध में एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि तृणमूल कार्यकर्ता संजीव दास की कथित तौर पर पार्टी के दो गुटों के बीच झड़प में बागुईआटी इलाके में हत्या कर दी गई।
उन्होंने कहा कि शनिवार रात को बागुईआटी के अर्जुनपुर वेस्ट पारा में हुए झगड़े में दोनों तरफ से ईंट-पत्थर फेंके जाने की घटना में दास गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे अस्पताल में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
अधिकारी ने बताया कि दास के खिलाफ 11 मामले दर्ज थे।
उन्होंने कहा कि घटना के संबंध में कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
दास के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि स्थानीय पार्षद के प्रति निष्ठा रखने वाले तृणमूल कार्यकर्ताओं ने इस घटना को अंजाम दिया।
उन्होंने दावा किया कि दास को ईंट-पत्थर फेंके जाने की घटना में घायल होने के बाद डंडों से भी पीटा गया।
इस बीच, भाजपा नेता सरस्वती सरकार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि शनिवार रात दक्षिण कोलकाता के आनंदपुर इलाके में तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की।
उन्होंने दावा किया कि उन पर तब धारदार हथियारों से हमला किया गया जब वह और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता चुनावी बैनर लगा रहे थे।
हमले में उनके सिर में गंभीर चोट आई है। उन्होंने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई।
भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख और पश्चिम बंगाल के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पश्चिम बंगाल में कोई भी महिला सुरक्षित नहीं है। पिछली रात, तृणमूल के गुंडों ने सरस्वती सरकार पर हमला किया जो (दक्षिण कोलकाता में) भाजपा की कस्बा मंडल अध्यक्ष के रूप में काम करती हैं। पश्चिम बंगाल की गृह मंत्री के रूप में ममता बनर्जी की भारी नाकामी के कारण स्थिति और बिगड़ गई है। अगर कोलकाता भी सुरक्षित नहीं है तो संदेशखालि में सुरक्षा चिंताओं की गंभीरता की कल्पना ही की जा सकती है। बंगाल के लोग निस्संदेह इन जघन्य कृत्यों का जवाब देंगे।’’
मालवीय ने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें महिला नेता एक थाने में बैठी दिखाई देती हैं और उनके सिर से खून बहता दिखता है।
सरस्वती सरकार ने बाद में पत्रकारों से कहा कि शनिवार रात पार्टी के प्रचार अभियान के तहत बैनर लगा रही उनकी टीम के दो सदस्यों की तृणमूल कार्यकर्ताओं ने बुरी तरह पिटाई की।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं उन्हें बचाने गई तो तृणमूल के गुंडों ने मुझसे भी मारपीट की।’’
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने दावा किया कि कोलकाता में पहले कभी महिलाओं पर ऐसे हमले नहीं देखे गए। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग ‘‘ऐसे अत्याचारों का मुंहतोड़ जवाब’’ देंगे।
इस बीच, स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने आनंदपुर थाने के सामने प्रदर्शन करते हुए हमले के जिम्मेदार लोगों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की और पुलिस पर उदासीन रवैया बरतने का आरोप लगाया।
तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने इस घटना में पार्टी की संलिप्तता से इनकार किया और जिम्मेदार लोगों पर मामला दर्ज करने की मांग की।
कोलकाता और आसपास के इलाकों में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में एक जून को मतदान होगा।
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