Baba Siddiqui Murder Case: पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल हमलावरों ने संभवत; यूट्यूब वीडियो से पिस्तौल चलाना सीखा
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल हमलावरों के बारे में समझा जा रहा है कि उन्होंने यहां कुर्ला इलाके में किराए के एक मकान में यूट्यूब पर वीडियो देखकर बंदूक और पिस्तौल चलाना सीखा था.
मुंबई, 16 अक्टूबर : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल हमलावरों के बारे में समझा जा रहा है कि उन्होंने यहां कुर्ला इलाके में किराए के एक मकान में यूट्यूब पर वीडियो देखकर बंदूक और पिस्तौल चलाना सीखा था. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर की रात को निर्मल नगर इलाके में स्थित उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई. प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि तीन शूटर उनकी हत्या में शामिल थे. पुलिस अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनमें दो कथित शूटर हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) तथा उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) के अलावा हरीशकुमार बालकराम निषाद (23) और पुणे निवासी ‘‘सह-साजिशकर्ता’’ प्रवीण लोनकर शामिल हैं. निषाद और कश्यप उसी गांव के हैं, जहां का निवासी वांछित आरोपी शिवकुमार गौतम है.
मामले में जांच कर रही मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने आरोपियों से पूछताछ के दौरान पाया कि संदिग्ध हमलावर शिवकुमार गौतम ने उत्तर प्रदेश में विवाह समारोहों में ‘हर्ष फायरिंग’ के दौरान बंदूक चलाना सीखा था. अधिकारी ने गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप से पूछताछ का हवाला देते हुए बताया कि गौतम को ‘‘मुख्य शूटर’’ के तौर पर सुपारी दी गई थी, क्योंकि वह बंदूक चलाना जानता था. उन्होंने कहा कि कुर्ला में किराए के एक मकान में गौतम ने कश्यप और सिंह को बंदूक चलाने का प्रशिक्षण दिया था जहां उन्होंने बंदूक (गोलियों के बगैर) चलाने का अभ्यास किया. अधिकारी ने बताया कि उन्होंने करीब चार सप्ताह तक यूट्यूब से वीडियो देखकर बंदूक में गोली भरना और गोली निकालना सीखा क्योंकि उन्हें अभ्यास के लिए कोई खुली जगह नहीं मिल सकी थी. यह भी पढ़ें : Maharashtra: जेल से पैरोल पर बाहर आए आरोपी ने पत्नी की गोली मारकर हत्या की
जांच अधिकारियों के अनुसार, तीनों शूटर ने सिद्दीकी पर हमला करने के बाद अपने कपड़े बदलने की योजना बनाई थी, और गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक ने पकड़े जाने से पहले अपने कपड़े बदले थे. गौतम अपने बैग में एक शर्ट लाया था जो अपराध स्थल के पास से बरामद किया गया था, जिसमें एक हथियार और कुछ दस्तावेज थे. एक अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने घटनास्थल पर उसी दोपहिया वाहन से पहुंचने की योजना बनाई थी जिसका इस्तेमाल उन्होंने सिद्दीकी के घर और कार्यालय की रेकी के लिए किया था. लेकिन हमले के दिन दो आरोपी दोपहिया वाहन से गिर गए, इसलिए उन्होंने ऑटो रिक्शा से जीशान सिद्दीकी के कार्यालय तक जाने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि वे कार्यालय के बाहर एक घंटे तक बाबा सिद्दीकी का इंतजार करते रहे. अधिकारी ने बताया कि प्रवीण लोनकर ने हरीशकुमार निसाद के खाते में 60,000 रुपये ट्रांसफर किए थे, जिन्होंने 32,000 रुपये में पुरानी मोटरसाइकिल खरीदी थी.
आरोपियों में से एक शुभम लोनकर से पुलिस ने जून में अभिनेता सलमान खान के बांद्रा स्थित आवास के बाहर गोलीबारी के संबंध में पूछताछ की थी. शुभम, प्रवीण लोनकर का भाई है और पुणे में डेयरी चलाता है. एक अधिकारी ने बताया कि शुभम लोनकर को जनवरी में महाराष्ट्र के अकोला जिले के अकोट थाने में दर्ज शस्त्र अधिनियम के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और इस मामले में पुलिस ने उसके पास से दस से अधिक हथियार बरामद किए गए थे. उन्होंने बताया कि शुभम से पूछताछ में पता चला कि वह लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के संपर्क में था. अधिकारी ने बताया कि तब से उस पर पुलिस की नजर थी लेकिन 24 सितंबर के बाद उसका कुछ पता नहीं चल पाया. जांच के दौरान यह भी पता चला कि आरोपी व्यक्ति एक दूसरे से संवाद के लिए ‘स्नैपचैट’ और ‘इंस्टाग्राम’ जैसे सोशल मीडिया ऐप का इस्तेमाल करते थे.