अहमदाबाद, 13 मार्च ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला के चौथे टेस्ट के पांचवें दिन भारत के खिलाफ सोमवार को पहले सत्र में जोखिम लेने से बचते हुए लंच तक अपनी दूसरी पारी में एक विकेट पर 73 रन बना लिये. भारत ने अपनी पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया पर 91 रन की बढ़त कायम की थी। ऑस्ट्रेलिया अब भी भारत से 18 रन पीछे है. दूसरी ओर, क्राइस्टचर्च में श्रीलंका पर न्यूजीलैंड की दो विकेट की रोमांचक जीत के साथ ही भारतीय टीम ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल का टिकट पक्का कर लिया. यह भी पढ़ें: WTC फाइनल में टीम इंडिया ने किया क्वालीफाई, न्यूजीलैंड ने पहले टेस्ट में श्रीलंका को हराया, ऑस्ट्रेलिया से होगा मुकाबला
भारत-ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला के आखिरी टेस्ट से पहले के समीकरण में श्रीलंका को डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए न्यूजीलैंड दौरे पर 2-0 से जीत दर्ज करनी थी लेकिन श्रृंखला के शुरुआती मैच में उसकी हार ने भारत की जगह पक्की कर दी। ऑस्ट्रेलिया ने पिछले टेस्ट मैच को जीत कर पहले ही डब्ल्यूटीसी फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली थी. डब्ल्यूटीसी का फाइनल सात जून से लंदन के द ओवल में खेला जायेगा.
मोटेरा की पिच पर पांचवें दिन भी गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिल रही है ऐसे में मैच ड्रॉ की ओर बढ़ रहा है. भारतीय स्पिनरों से उम्मीद थी कि वे सोमवार को जल्दी विकेट चटकायेंगे लेकिन बल्लेबाजों ने आसान परिस्थितियों का फायदा उठाया.
सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड (96 गेंद में नाबाद 45) ने अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखी, जबकि मार्नुस लेबुशेन (85 गेंद में 22 रन) ने अति-रक्षात्मक रुख अपनाया. उस्मान ख्वाजा की गैरमौजूदगी में भी ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को ज्यादा पसीना नहीं नहीं बहाना बना। ख्वाजा के चोटिल होने के कारण टीम के लिए पारी का आगाज करने वाले रात्रि प्रहरी मैथ्यू कुहनेमैन के रूप में भारत को एकमात्र सफलता मिली.
वह अश्विन की गेंद पर पगबाधा हुए. कुहनेमैन हालांकि दुर्भाग्यशाली रहे कि दूसरे छोर पर खड़े हेड ने उन्हें डीआरएस (मैदानी अंपायर के फैसले की समीक्षा) लेने से मना कर दिया. टेलीविजन रीप्ले में दिखा कि अगर वह डीआरएस का सहारा लेते तो मैदानी अंपायर का फैसला पलट जाता.
हेड ने भी इसके बाद ज्यादा आक्रामक बल्लेबाजी नहीं की लेकिन अश्विन की गेंद पर एक आकर्षक छक्का जरूर जड़ा। उन्होंने अपनी पारी में अब तक पांच चौके लगाये है. अश्विन के साथ वामहस्त स्पिनर रविन्द्र जडेजा और अक्षर पटेल ने भी कसी गेंदबाजी की लेकिन उन्हें पिच से कोई मदद नहीं मिली।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)