नाइजर के रक्षा मंत्री जनरल सैलिफोउ मोडी ने एक बयान में बताया कि सैनिक तिल्लाबेरी क्षेत्र के कंदादजी शहर में एक मिशन पर थे, तभी मोटरसाइकिलों पर सवार सैकड़ों जिहादियों ने बृहस्पतिवार को उन पर हमला कर दिया।
बयान में बताया गया कि घायलों को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सैन्य जुंटा ने दावा किया कि सैन्य कर्मियों की कार्रवाई में सैकड़ों चरमपंथी मारे गए और सेना ने उनकी मोटरसाइकिल एवं हथियार भी नष्ट कर दिए। ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) इस दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सका।
नाइजर अलकायदा और इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े जिहादी आतंकवाद से वर्षों से जूझ रहा है। नाइजर के लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम को 26 जुलाई को उनकी सेना के सदस्यों ने एक तख्तापलट के बाद अपदस्थ कर दिया था। इस तख्तापलट के बाद से नाइजर में हमले बढ़ गए हैं।
‘आर्म्ड कन्फ्लिक्ट लोकेशन एंड इवेंट डेटा प्रोजेक्ट’ के अनुसार, जुंटा द्वारा सत्ता पर कब्जा किए जाने के बाद एक महीने के दौरान मुख्य रूप से चरमपंथियों से जुड़ी हिंसा में 40 प्रतिशत से अधिक इजाफा हुआ है।
नाइजर को अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट समूह से संबंधित जिहादी हिंसा को रोकने के प्रयास में पश्चिमी देशों के महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में देखा जा रहा था।
एपी
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