जरुरी जानकारी | होली की छुट्टियों से पहले सरसों की रिकॉर्ड आवक के बीच सभी तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. होली की लंबी छुट्टियों से पहले मंडियों में सरसों की रिकॉर्ड आवक के बीच देश के तेल-तिलहन बाजारों में मंगलवार को सरसों सहित बाकी सभी तेल तिलहनों के भाव दबाव में आ गये और इन सभी तेल-तिलहनों के दाम हानि दर्शाते बंद हुए।

नयी दिल्ली, 19 मार्च होली की लंबी छुट्टियों से पहले मंडियों में सरसों की रिकॉर्ड आवक के बीच देश के तेल-तिलहन बाजारों में मंगलवार को सरसों सहित बाकी सभी तेल तिलहनों के भाव दबाव में आ गये और इन सभी तेल-तिलहनों के दाम हानि दर्शाते बंद हुए।

मलेशिया और शिकॉगो एक्सचेंज में मामूली गिरावट का रुख था।

बाजार सूत्रों ने कहा कि थोक मंडियों में आज लगभग 16 लाख बोरी सरसों की आवक हुई है। होली की लंबी छुट्टियों से पहले विशेषकर छोटे किसान अपनी उपज निकाल रहे हैं। इसके अलावा आगे जाकर सोयाबीन डीगम और सूरजमुखी तेल का आयात बढ़ने की चर्चाओं के कारण भी किसान असमंजस में हैं और अपनी फसल निकाल रहे हैं। बड़े किसान तो फिर भी अपनी फसल रोके हैं और वे दाम बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं। किसान पहले से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से 10-12 प्रतिशत नीचे दाम पर बिकवाली को मजबूर हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सरसों की इस गिरावट के असर से बाकी तेल-तिलहन भी अछूते नहीं हैं तथा मूंगफली, सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल के भाव भी हानि के साथ बंद हुए।

सूत्रों ने कहा कि इस स्थिति के बीच सरकार की ओर से भी असंमंजस की स्थिति को खत्म करते हुए थोड़ी बहुत ही सही लेकिन सरसों की खरीद का काम चालू कर देना चाहिये। इससे किसानों को राहत मिलेगी। अधिकांश फसल बिक जाने के बाद सरकारी खरीद करने का विशेष फायदा नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि वैसे देखा जाये तो मूंगफली, सोयाबीन, बिनौला सभी किसानों की हालत खराब है। तेल मिलें बेपड़ता कारोबार से परेशान हैं। उपभोक्ताओं को भी राहत नहीं मिल रही है। इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। जो देश अपनी जरूरत के 35-40 प्रतिशत के घरेलू तिलहन उत्पादन को संभालने में दिक्कत महसूस करता हो, वह आखिर आत्मनिर्भरता की ओर फिर कैसे बढ़ेगा?

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन - 5,275-5,315 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली - 6,080-6,355 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 14,800 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल 2,225-2,500 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 10,200 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,725-1,825 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,725 -1,820 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी - 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 10,950 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 10,700 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 9,300 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 9,250 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 9,550 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,600 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 9,700 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना - 4,635-4,655 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,435-4,475 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,075 रुपये प्रति क्विंटल।

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