लखनऊ, 28 दिसंबर : उच्चतम न्यायालय के एक अधिवक्ता ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, उनके करीबी रिश्तेदार तथा अन्य करीबियों पर फर्जी कंपनियां बनाकर करोड़ों रुपये के लेन-देन का आरोप लगाया है. सपा ने इसे भाजपा द्वारा प्रायोजित बताते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में निश्चित हार से घबराई भाजपा अब पार्टी अध्यक्ष यादव और उनके करीबियों को बदनाम करने का हर हथकंडा आजमा रही है.
अधिवक्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी ने सोमवार को यहां प्रेस वार्ता में दावा किया कि प्रदेश की पूर्ववर्ती सपा सरकार के कार्यकाल में 16 फर्जी कंपनियों के सहारे करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्तियों की खरीद फरोख्त करने और देश विदेश से करोड़ों रुपये खाते में लेन-देन का प्रमाण है. उन्होंने कहा कि आयकर विभाग को एक साल पहले इसका पूरा विवरण सौंपा जा चुका है लेकिन इसके बावजूद अभी तक कार्रवाई लंबित है. यह भी पढ़ें : Ludhiana Blast Case : लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट केस में जर्मनी से गिरफ्तार हुआ सिख फॉर जस्टिस का जसविंदर सिंह मुलतानी
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने चतुर्वेदी के इन आरोपों को भाजपा प्रायोजित करार देते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल को पूरी तरह एहसास हो गया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उसे शिकस्त मिलेगी इसलिए वह सपा अध्यक्ष और उनके करीबी लोगों को बदनाम करने में जुट गई है.