औरंगाबाद, 30 अक्टूबर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) महाराष्ट्र में होने वाले सभी चुनाव लड़ेगी और आवश्यकता पड़ने पर किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन करने का विकल्प भी खुला रखेगी। एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को यह बात कही।
औरंगाबाद के दो दिवसीय दौरे पर आए ओवैसी ने चीन और कश्मीर के मुद्दों से निपटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना भी की और कहा कि केंद्र सरकार इन मुद्दों से निपटने में नाकाम रही है।
ओवैसी ने कहा, ‘‘चीन हमारी जमीन पर कब्जा कर रहा है, लेकिन सरकार इस बात को स्वीकार करने से इनकार कर रही है। यदि हमारी जमीन पर किसी ने भी कब्जा नहीं किया हुआ है, तो भारत और चीन के बीच अब तक कई दौर की बातचीत क्यों हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल को लद्दाख ले जाकर वास्तविकता दिखानी चाहिए। लेकिन भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस मुद्दे को लेकर चुप हैं।’’
एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को निरस्त कर वहां जमीनी हालात में कोई परिवर्तन नहीं आया है तथा आतंकवादी हमलों में जवानों और आम नागरिकों की हत्याएं हो रही हैं।
भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय गठबंधन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर ओवैसी ने कहा कि वह 2024 के लोकसभा चुनावों के बारे में अभी कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं हैं।
हैदराबाद से सांसद ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि ऐसे किसी गठबंधन का चेहरा कौन होगा। मैं उत्तर प्रदेश चुनावों के बारे में भी कुछ नहीं कह सकता। आदर्श आचार संहिता लागू होने दीजिए, फिर मैं बात करूंगा।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)
औरंगाबाद, 30 अक्टूबर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) महाराष्ट्र में होने वाले सभी चुनाव लड़ेगी और आवश्यकता पड़ने पर किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन करने का विकल्प भी खुला रखेगी। एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को यह बात कही।
औरंगाबाद के दो दिवसीय दौरे पर आए ओवैसी ने चीन और कश्मीर के मुद्दों से निपटने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना भी की और कहा कि केंद्र सरकार इन मुद्दों से निपटने में नाकाम रही है।
ओवैसी ने कहा, ‘‘चीन हमारी जमीन पर कब्जा कर रहा है, लेकिन सरकार इस बात को स्वीकार करने से इनकार कर रही है। यदि हमारी जमीन पर किसी ने भी कब्जा नहीं किया हुआ है, तो भारत और चीन के बीच अब तक कई दौर की बातचीत क्यों हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल को लद्दाख ले जाकर वास्तविकता दिखानी चाहिए। लेकिन भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस मुद्दे को लेकर चुप हैं।’’
एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को निरस्त कर वहां जमीनी हालात में कोई परिवर्तन नहीं आया है तथा आतंकवादी हमलों में जवानों और आम नागरिकों की हत्याएं हो रही हैं।
भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय गठबंधन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर ओवैसी ने कहा कि वह 2024 के लोकसभा चुनावों के बारे में अभी कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं हैं।
हैदराबाद से सांसद ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि ऐसे किसी गठबंधन का चेहरा कौन होगा। मैं उत्तर प्रदेश चुनावों के बारे में भी कुछ नहीं कह सकता। आदर्श आचार संहिता लागू होने दीजिए, फिर मैं बात करूंगा।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)