अहमदाबाद, 13 मार्च ट्रेविस हेड (163 गेंद में 90) और मार्नुस लाबुशेन (नाबाद 174 गेंद में 56) की अर्धशतकीय पारियों और दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 139 रन की साझेदारी से ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला के चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के पांचवें दिन सोमवार को चाय के विश्राम तक दो विकेट पर 158 रन बना लिये थे, जिससे यह मुकाबला ड्रॉ हो गया है. मैच ड्रॉ होने पर घरेलू श्रृंखला में भारतीय टीम का दबदबा कायम रहेगा जो इस श्रृंखला को 2-1 से जीत ली है. इससे पहले भारतीय टीम ने लगातार तीन बार ऑस्ट्रेलिया को इसी अंतर से हराया है. इसमें 2017 में घरेलू श्रृंखला के अलावा 2018-19 और 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हराना शामिल है. यह भी पढ़ें: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया चौथा टेस्ट ड्रा, टीम इंडिया ने 2-1 से जीती सीरीज
दूसरी ओर, क्राइस्टचर्च में श्रीलंका पर न्यूजीलैंड की दो विकेट की रोमांचक जीत के साथ ही भारत ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल का टिकट पक्का कर लिया. भारत-ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला के आखिरी टेस्ट से पहले के समीकरण में श्रीलंका को डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए न्यूजीलैंड दौरे पर 2-0 से जीत दर्ज करनी थी लेकिन श्रृंखला के शुरुआती मैच में उसकी हार ने भारत की जगह पक्की कर दी. ऑस्ट्रेलिया ने पिछले टेस्ट मैच को जीत कर पहले ही डब्ल्यूटीसी फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली थी.
डब्ल्यूटीसी का फाइनल सात जून से लंदन के द ओवल में खेला जायेगा. भारत को मौजूदा टेस्ट के आखिरी दिन दूसरे सत्र में एकमात्र सफलता अक्षर पटेल ने हेड को बोल्ड कर दिलायी. इससे पहले हेड और लाबुशेन को भारतीय गेंदबाजों का सामना करने में कोई परेशानी नहीं हुई.
मोटेरा की पिच पर पांचवें दिन भी गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिल रही है. हालांकि भारतीय स्पिनरों से उम्मीद थी कि वे सोमवार को जल्दी विकेट चटकायेंगे लेकिन बल्लेबाजों ने आसान परिस्थितियों का फायदा उठाया.
सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने इस दौरान कुछ अच्छे शॉट लगाये और अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखी, जबकि मार्नुस लाबुशेन ने अति-रक्षात्मक रुख अपनाकर क्रीज पर टिके रहने पर जोर दिया.
हेड ने अपनी 163 गेंद की पारी में 10 चौके और दो छक्के लगाये. वह हालांकि शतक से चूक गये और अक्षर की गेंद पर गच्चा खा कर बोल्ड हो गये. अक्षर की यह गेंद उनके ऑफ स्टंप के बाहर टप्पा खाकर तेजी से अंदर आयी और विकेट से जाकर टकरा गयी.
दिन के शुरुआती सत्र में उस्मान ख्वाजा की गैरमौजूदगी के बावजूद ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को ज्यादा पसीना नहीं बहाना पड़ा. ख्वाजा के चोटिल होने के कारण टीम के लिए पारी का आगाज करने वाले रात्रि प्रहरी मैथ्यू कुहनेमैन के रूप में भारत को एकमात्र सफलता मिली.
कुहनेमैन अश्विन की गेंद पर पगबाधा हुए. वह हालांकि दुर्भाग्यशाली रहे कि दूसरे छोर पर खड़े हेड ने उन्हें डीआरएस (मैदानी अंपायर के फैसले की समीक्षा) लेने से मना कर दिया. टेलीविजन रीप्ले में दिखा कि अगर वह डीआरएस का सहारा लेते तो मैदानी अंपायर का फैसला पलट जाता.
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