दावणगेरे, 27 अक्टूबर कर्नाटक में मांड्या सीट से कांग्रेस विधायक रविकुमार गौड़ा (रवि गनिगा) ने शुक्रवार को दावा किया कि सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली सरकार के ढाई साल के कार्यकाल के बाद उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार मुख्यमंत्री बनेंगे।
गौड़ा ने आरोप लगाया कि 2019 में कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार के सत्ता से हटने के पीछे जो टीम थी, वह अब कांग्रेस विधायकों को 50 करोड़ रुपये और मंत्री पद जैसे प्रलोभन देने का काम कर रही है और चार विधायकों से पहले ही संपर्क किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इसके सबूत हैं और जल्द ही इसका खुलासा किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक गारंटी है कि वह (शिवकुमार) ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बनेंगे। इसमें कोई दो राय नहीं है। उन्होंने पार्टी के लिए काम किया है। इस पर कोई भ्रम नहीं है, विपक्ष मीडिया में एक गलत विमर्श फैला रहा है।’’
इस सवाल के जवाब में कि क्या ऐसा कोई समझौता हुआ है, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इसके बारे में नहीं पता। मुझे नहीं लगता कि ऐसा कोई समझौता है। हमें नहीं पता कि आलाकमान स्तर पर क्या चर्चा हुई है। लेकिन वह मुख्यमंत्री बनेंगे, उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम किया है।’’
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जबरदस्त जीत के बाद इस साल 20 मई को सिद्धरमैया ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
विधायक ने साथ ही सिद्धरमैया की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने पांच लोकलुभावन गारंटी योजनाएं दी हैं और वे लोगों तक पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस भय के साथ "अनावश्यक झूठे विवाद" पैदा करने की कोशिश कर रहा है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में (कर्नाटक में 28 में से) कम से कम 20 सीट जीतेगी, लेकिन वे सफल नहीं होंगे।
इससे पहले भी, राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर से इस सरकार के पांच साल के कार्यकाल के मध्य में शिवकुमार के मुख्यमंत्री बनने के दावे किए गए थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या ढाई साल बाद शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाने के लिए सिद्धरमैया को इस्तीफा देना होगा, विधायक ने कहा, ‘‘इन सभी चीजों पर अभी चर्चा क्यों? यह अभी प्रासंगिक नहीं है। सरकार प्रभावी ढंग से काम कर रही है और लोगों का कल्याण हमारे सामने है। समय आने पर चीजें तय हो जायेंगी।’’
इस साल मई में विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धरमैया और शिवकुमार के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी और कांग्रेस पार्टी शिवकुमार को मनाने में कामयाब रही और उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
हालांकि ऐसी खबरें थीं कि बारी-बारी से मुख्यमंत्री फॉर्मूले के आधार पर एक समझौता हुआ है, जिसके अनुसार शिवकुमार ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन पार्टी द्वारा इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
साथ ही, यह आरोप लगाते हुए कि जिस टीम ने कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार को सत्ता से हटाने के लिए काम किया था, वह अब कांग्रेस विधायकों को लुभाने के लिए उनके दरवाजे पर जा रही है, गौड़ा ने कहा कि इसके लिए सबूत, जानकारी, वीडियो, दस्तावेज-- के रूप में है कि किस कांग्रेस विधायक को कितने करोड़ देने का वादा किया गया है तथा जल्द ही इसका खुलासा हो जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘उन्हें (कांग्रेस विधायकों को) बताया गया कि उन्हें दिल्ली ले जाने के लिए एक उड़ान बुक की जाएगी, जहां वे अमित शाह (केंद्रीय गृहमंत्री) से मिलेंगे। उन्हें यह भी बताया गया कि कांग्रेस के कई अन्य विधायक पहले से ही उनके साथ हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए कि उन्हें इस पर विश्वास हो जाए, उन्हें कुछ फोन वार्तालाप सुनाये गए... इस संबंध में एक टीम काम कर रही है। हमारे पास इसके सबूत हैं और हम इसका खुलासा करेंगे।’’
विधायक ने दावा किया कि कांग्रेस के चार विधायकों से पहले ही संपर्क किया जा चुका है। उन्होंने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के पूर्व पीए जो जद (एस) में शामिल हो गए थे और विधानसभा चुनाव हार गए थे, विधायकों को लुभाने की गतिविधियों के पीछे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘ये सारी बातें मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के संज्ञान में ला दी गई हैं, जल्द से जल्द इसका खुलासा किया जाएगा। विधायकों ने खुद ही ईमानदारी से पार्टी नेतृत्व के सामने इसकी जानकारी रखी है।’’ उन्होंने कहा कि कुछ पूर्व विधायकों से भी संपर्क किया गया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक इस तरह के प्रलोभन में नहीं आये हैं। गौड़ा ने कहा कि मंत्री पद और अन्य चीजों के साथ 50 करोड़ रुपये की पेशकश की जा रही है और इसके सबूत हैं।
शिवकुमार ने भी हाल में कहा था उन्हें पता है कि सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा में एक टीम सक्रिय है, और कांग्रेस विधायक उन्हें और सिद्धरमैया को सूचित कर रहे हैं कि कौन उनसे संपर्क कर रहा है और उन्हें क्या पेशकश की जा रही है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)