नयी दिल्ली, 14 सितंबर कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि अडाणी समूह से संबंधित कथित घोटाले ने भारतीय कानूनों के बड़े पैमाने पर उल्लंघन को छिपाने में ‘टैक्स हेवन’ की भूमिका को उजागर कर दिया है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि कहा कि इस मुद्दे पर हालिया जी20 शिखर सम्मेलन में इसको लेकर चर्चा होनी चाहिए थी।
‘टैक्स हेवन’ उन देशों को कहा जाता है जहां अन्य देशों की अपेक्षा बहुत कम कर लगता है या बिलकुल कर नहीं लगता।
अमेरिकी कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा अडाणी समूह के खिलाफ ‘अनियमितताओं’ और स्टॉक मूल्य में हेरफेर का आरोप लगए जाने के बाद से कांग्रेस इस कारोबारी समूह पर निरंतर हमले और संयुक्त संसदीस समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग कर रही है। अडाणी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया था और उसका कहना था कि उसकी ओर से कोई गलत काम नहीं किया गया है।
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘यह परेशान करने वाली बात है कि बरमूडा, जर्सी और साइप्रस ‘टैक्स हेवेन’ भारतीय निवेश के लिए शीर्ष 10 गंतव्यों में शुमार हैं।’’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘अडाणी महा घोटाले ने भारतीय कानूनों और नियमों के बड़े पैमाने पर उल्लंघन को छिपाने में ऐसे ‘टैक्स हेवन’ की भूमिका को उजागर किया है। ये उल्लंघन हमारी अर्थव्यवस्था को खोखला कर रहे हैं और हमारे शेयर बाजारों की विश्वसनीयता को प्रभावित कर रहे हैं।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘इस मुद्दे को उठाने और ‘टैक्स हेवन’ के खिलाफ ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए जी20 सही मंच था। लेकिन प्रधानमंत्री भारत के हितों की रक्षा करने के बजाय अपनी छवि को ही प्रस्तुत करने में व्यस्त थे।’’
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