विदेश की खबरें | कोविड टीकों पर पेटेंट छूट की पहल के लिए भारत, दक्षिण अफ्रीका का आभार : डब्ल्यूएचओ प्रमुख

संयुक्त राष्ट्र, 24 मई विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस अदानोम गेब्रिएसस ने कोविड-19 रोधी टीकों पर पेटेंट छोड़ने के लिए वैश्विक निकाय में पहल करने पर सोमवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका का आभार जताया।

विश्व स्वास्थ्य महासभा में उद्घाटन संबोधन में गेब्रिएसस ने देशों से ‘कोवैक्स’ पहल के जरिए टीकों की खुराकें साझा करने का आह्वान किया और कोविड-19 टीकों का निर्माण तेज करने की जरूरत को रेखांकित किया।

समान रूप से टीकों तक पहुंच के लिए कोविड वैक्सीन ग्लोबल एक्सेस (कोवैक्स) एक अंतरराष्ट्रीय पहल है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा, ‘‘हमें टीकों की और खुराकों की जरूरत है और इसके लिए कोई भी कसर हमें नहीं छोड़ना चाहिए।’’

उन्होंने उल्लेख किया कि कई दवा कंपनियों ने कहा है कि अगर टीकें का लाइसेंस साझा किया जाए तो वे टीके का निर्माण कर सकते हैं। गेब्रिएसस ने हैरानी जतायी कि उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि ऐसा अब तक क्यों नहीं हो रहा।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोविड-19 उत्पादों के संबंध में बौद्धिक संपदा अधिकार पर छूट के लिए विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में पहल को लेकर भारत और दक्षिण अफ्रीका का आभार व्यक्त करता हूं और उन देशों का भी शुक्रिया जो इन प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।’’

टीके की उपलब्धता पर गेब्रिएसस ने कहा, ‘‘75 प्रतिशत से ज्यादा टीके महज 10 देशों में दिए गए हैं। कुछ देशों ने टीके बनाए और कुछ ने दुनिया के ज्यादातर टीके खरीद लिए।’’

उन्होंने कहा कि समान रूप से टीके का वितरण होता तो दुनिया में स्वास्थ्यकर्मियों और बुजुर्गों का टीकाकरण हो गया होता।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)