गुवाहाटी, पांच जुलाई असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में शुक्रवार तक कुल 77 जंगली जानवरों की डूबने या उपचार के दौरान मौत हो गई जबकि 94 अन्य जानवरों को बचा लिया गया। उद्यान के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
असम हाल के वर्षों में सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है।
अधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार तक 31 जानवरों की मौत हुई थी। उन्होंने बताया कि बाढ़ से जान गंवाने वाले जानवरों में तीन गैंडे, 62 हॉग डियर और एक ऊदबिलाव शामिल है।
हॉग डियर, हिरण की एक दुर्लभ प्रजाति है। वहीं 11 जानवरों की उपचार के दौरान मौत हो गई। वन अधिकारियों ने 85 हॉग डियर, दो साम्भर, दो स्कॉप्स उल्लू और गैंडे के एक बच्चे, एक भारतीय खरगोश, एक ऊदबिलाव, एक हाथी और एक जंगली बिल्ली को बचाया।
अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में 33 जानवर चिकित्सा देखभाल में हैं जबकि 50 अन्य जानवरों को उपचार के बाद छोड़ दिया गया।
सुरक्षा कर्मियों सहित वन विभाग के कर्मचारी वनस्पतियों और जीवों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गश्त लगाने के लिए राष्ट्रीय उद्यान के अंदर शिविरों में रह रहे हैं।
इस बीच, राष्ट्रीय उद्यान से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 715 पर वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
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