बुधवार को अदालत में दाखिल की गई याचिका में यह जानकारी दी गई। अदालत द्वरा गठित कमेटी बच्चों के अभिभावकों का पता नहीं लगा पाई है।
माना जाता है कि 333 बच्चों के अभिभावक अमेरिका में ही हैं जबकि 295 बच्चों के माता-पिता अमेरिका से कहीं बाहर हैं। कमेटी को 628 में से 168 बच्चों के परिवार के सदस्यों की जानकारी मिल गयी है लेकिन अब तक उनके अभिभावकों का पता नहीं लगाया जा सका है।
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अवैध तरीके से सीमा पार कर देश में दाखिल होने को लेकर सख्त कार्रवाई की नीति लागू किए जाने के बाद से हजारों परिवारों पर मुकदमा चलाया गया। न्याय विभाग और परिवार कल्याण विभाग के अटॉर्नी द्वारा दाखिल रिपोर्ट में कहा गया कि बच्चों को उनके परिवारों से मिलाने का प्रयास चल रहा है।
प्रशासन ने 25 नवंबर को समिति को न्याय विभाग की ओर इन बच्चों के अभिभावकों की तलाश संबंध में फोन नंबर तथा कुछ अन्य सूचनाएं साझा की थी।
अभिभावकों के लिए ‘अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन’ की ओर से पेश अटॉर्नी ली गेलेरांट ने बताया कि वह पिछले साल से ही सरकार पर बच्चों के संबंध में कुछ अन्य सूचनाएं साझा करने के लिए दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इन बच्चों के अभिभावकों के नहीं मिलने को लेकर दबाव बनने के बाद ‘थैंक्सगीविंग डे’ के पहले हमें कुछ सूचनाएं मुहैया करायी गयी।’’
कमेटी ने कहा कि यह बता पाना अभी कठिन है कि मुहैया कराए गए अतिरिक्त फोन नंबर से अभिभावकों की तलाश करने में कितनी सहूलियत होगी।
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