नयी दिल्ली, 28 नवंबर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि उसने 2024-25 में 55.12 लाख नये सदस्य बनाये हैं जो उसके आधार का एक बहुत बड़ा विस्तार है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के आनुषांगिक संगठन अभाविप के नेताओं ने यहां पत्रकार वार्ता में हाल के अपने 70 वें राष्ट्रीय सम्मेलन तथा इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में पारित किये गये महत्वपूर्ण प्रस्तावों के बारे में बताया।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में 22-24 नवंबर के दौरान अपने राष्ट्रीय सम्मेलन में परिषद ने शिक्षा की गुणवत्ता, बढ़ते अकादमिक शुल्क, मणिपुर की हिंसा एवं अन्य विषयों पर पांच प्रस्ताव पारित किये।
उसने हाल के दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डुसू) चुनाव में मिली सफलता के बारे में भी बताया जहां उसने उपाध्यक्ष, सचिव तथा सभी महाविद्यालयों में ‘काउसंलर’ पद जीते हैं।
डुसू उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए भानु प्रताप को रिकार्ड 24,166 वोट मिले जबकि सचिव चुनी गयीं मित्राविंदा को 16,703 मत मिले।
अपनी जीत को विद्यार्थियों द्वारा उसपर लगातार भरोसा करने का दावा करते हुए परिषद ने कहा कि उसने अपने घोषणापत्र को तत्काल लागू करने की अपनी योजनाओं के बारे में बताया।
अभाविप के नये महासचिव वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि इस सम्मेलन में भारत की विविधता एवं सांस्कृतिक समृद्धि परिलक्षित हुई। उन्होंने मूल्यों को बढ़ावा देने और सामाजिक रूप से जिम्मेदार युवाओं को तैयार करने के प्रति अभाविप की प्रतिबद्धता दोहराई।
परिषद ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की निंदा की। उसने आईआईटी दिल्ली के शोध विद्यार्थी की मौत के मामले में भी इंसाफ की मांग की।
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