उप्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 44 नये मामले, कुल संख्या बढ़ कर 849 हुई
मेरठ जिले में एक और संक्रमित मरीज की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
लखनऊ, 17 अप्रैल उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 44 नये मामले सामने आने के साथ शुक्रवार को राज्य में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या बढ़ कर 849 पहुंच गई है, जबकि इस वैश्विक महामारी से राज्य में मरने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़ कर 14 हो गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
मेरठ जिले में एक और संक्रमित मरीज की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक 14 लोगों की मौत हुई है -- इनमें आगरा में पांच, मुरादाबाद और मेरठ में दो-दो और लखनऊ, कानपुर, बस्ती, बुलंदशहर तथा वाराणसी से एक-एक मामले शामिल हैं।
इस बीच, बहराइच जिले के कैसरगंज इलाके में लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिये एक मस्जिद में एकत्र होने को लेकर 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
बहराइच के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रवींद्र सिंह ने बताया कि बैरीमहेशपुर गांव में कुछ लोग लॉकडाउन के बावजूद शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिये एकत्र हुए। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये सभी लोगों को पृथक वास में भेजा गया है।
एक आधिकारिक बयान में बताया गया है, ‘‘राज्य में संक्रमण के मामलों की संख्या 849 हो गई है, ये 48 जिलों में हैं। कुल मामलों में 82 मरीजों का उपचार किया गया और अस्पताल से उन्हें छुट्टी दे दी गई।’’
इसमें कहा गया है कि शुक्रवार को सामने आये नये मामलों में 32 मरीज तबलीगी जमात के सदस्य हैं। कुल मामलों में तबलीगी जमात के 504 सदस्य संक्रमित पाये गये।
प्रधान सचिव, स्वास्थ्य, अमित मोहन प्रसाद ने लखनऊ में संवाददाताओं को बताया कि तीन जिलों--पीलीभीत, हाथरस और महाराजगंज--में फिलहाल कोई भी ऐसा मामला नहीं है, जिसमें मरीज का इलाज चल रहा हो। इन जिलों में शुरूआत में मामले सामने आये थे।
उन्होंने बताया, ‘‘अभी आइसोलेशन वार्ड में 993 रोगी भर्ती हैं जबकि पृथक केंद्र में 10,714 लोग हैं।’’
कुछ व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) के गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतरने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है। जिन किट की बात की जा रही है वे पुराने थे और वे पिछले साल एच1एन1 की जांच के लिये खरीदे गए थे।’’
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