पेरिस, 27 दिसंबर मानव तस्करी के संदेह में पिछले हफ्ते संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से उड़ान भरने के बाद फ्रांस में रोके गए विमान के 25 भारतीय यात्रियों को अब मुक्त कर दिया गया है। ये यात्री शरण के लिए फ्रांस में रूक गए थे। फ्रांस के मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली।
ये 25 यात्री उस उड़ान में नहीं थे, जो चार दिनों तक पेरिस के पास चालोंस-वाट्री हवाई अड्डे पर रुकने के बाद सोमवार दोपहर को मुंबई के लिए रवाना हुआ था। फ्रांस से भारत रवाना हुई उड़ान के 276 यात्रियों में से अधिकतर भारतीय थे।
‘ले मोंडे’ समाचार पत्र ने अभियोजकों के हवाले से कहा कि स्थानीय न्यायाधीश ने इस आधार पर ‘‘औपचारिक’’ रूप से उन्हें मुक्त करने आदेश दिया कि फ्रांस के चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे पर सीमा पुलिस के प्रमुख ने कानून द्वारा निर्धारित समय सीमा में ‘‘मामले को उनके पास नहीं भेजा था।’’
फ्रांस में राजनीतिक आधार पर शरण के लिए आवेदन करने वाले 25 यात्रियों को मंगलवार को कथित तौर पर मुक्त कर दिया गया और उनमें से पांच को नाबालिग होने के कारण बाल कल्याण सेवा केंद्र में रखा गया।
ये 25 लोग उन करीब 300 यात्रियों में से थे जो पिछले सप्ताह दुबई में रोमानियाई कंपनी लीजेंड एयरलाइंस द्वारा संचालित विमान में सवार हुए थे। वे निकारागुआ जाने वाले थे, लेकिन 21 दिसंबर को पूर्वोत्तर फ्रांस के वेट्री हवाई अड्डे पर ईंधन भरने के दौरान एक अज्ञात सूचना के बाद विमान को चार दिनों के लिए रोक दिया गया।
फ्रांस में रुके लोगों में से दो लोगों से पुलिस ने संदिग्ध लोगों की तस्करी के संबंध में पूछताछ की। स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए दो लोगों के खिलाफ मानव तस्करी का आरोप हटा दिया गया क्योंकि यह स्थापित हो गया था कि यात्री अपनी मर्जी से विमान में सवार हुए थे।
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