नयी दिल्ली, 14 जुलाई स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा ‘व्यापक’ जांच करने के लिए किए गए मागदर्शन के अनुरूप 22 राज्य रोजाना प्रति दस लाख आबादी पर कोविड-19 की 140 से ज्यादा जांच कर रहे हैं। उन्होंने बाकी राज्यों को भी इसी तर्ज पर जांच बढ़ाने की सलाह दी।
क्या देश में पर्याप्त जांच हो रही है, इस पर स्वास्थ्य मंत्रालय में ‘ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी’ राजेश भूषण ने कहा कि डब्ल्यूएचओ के परामर्श नोट के अनुसार व्यापक जांच निगरानी और संदिग्ध मामलों की जांच की जरूरत पर जोर दिया गया है।
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भूषण ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘उसी दस्तावेज में व्यापक (कॉम्प्रिहेंसिव) को इस तरह परिभाषित किया गया है कि अगर आप हर दिन प्रति 10 लाख लोगों पर 140 लोगों की जांच करते हैं तो यह व्यापक जांच है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘22 राज्य डब्ल्यूएचओ के निर्देश के अनुरूप रोजाना प्रति दस लाख आबादी पर 140 से ज्यादा जांच कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत रोजाना प्रति दस लाख आबादी पर करीब 201 जांच कर रहा है। ’’
उन्होंने कहा कि रोजाना प्रति दस लाख आबादी पर 1058 जांच के साथ गोवा सूची में शीर्ष पर है। जबकि, रोजाना प्रति दस लाख आबादी पर दिल्ली में 978, तमिलनाडु में 563, असम में 310, कर्नाटक में 297, मध्यप्रदेश में 249, झारखंड में 242, राजस्थान में 235, महाराष्ट्र में 198 जांच हो रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन सारे राज्य इसी दर से जांच नहीं कर रहे है। हमने बाकी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भी डब्ल्यूएचओ के मार्गदर्शन के अनुरूप जांच बढ़ाने को कहा है।’’
मृत्यु दर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 से मृत्यु दर 2.6 प्रतिशत है और यह तेजी से घट रही है। उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर मामलों की तुलना में मृत्यु दर बहुत कम है।’’
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