नयी दिल्ली, छह मार्च भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 18,327 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,11,92,088 हो गई। देश में 36 दिनों के बाद संक्रमण के ये सर्वाधिक मामले हैं और इसी के साथ लगातार चौथे दिन उपाचाराधीन मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गयी। संक्रमण का इलाज करा रहे रोगियों की संख्या अब 1,80,304 हो गयी है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी अद्यतन आकड़ों के अनुसार संक्रमण से 108 और लोगों की मौत होने से महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,57,656 हो गई।
इससे पहले 29 जनवरी को 24 घंटे में संक्रमण के 18,855 मामले सामने आए थे, लेकिन उसके बाद प्रतिदिन नए मामलों की संख्या 18 हजार से नीचे ही रही थी।
संक्रमण मुक्त होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,08,54,128 हो गई है और इसी के साथ संक्रमण से ठीक होने की राष्ट्रीय दर 96.98 प्रतिशत हो गई है। संक्रमण से मृत्यु दर 1.41 प्रतिशत है।
देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,80,304 है जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.61 प्रतिशत है।
मंत्रालय ने कहा कि महाराष्ट्र, केरल ,पंजाब, कर्नाटक और तमिलनाडु में प्रतिदिन संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में सामने आए मामलों में 82 प्रतिशत मामले इन राज्यों से हैं।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में अभी तक 22,06,92,677 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है। इनमें से 7,51,935 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई।
संक्रमण से जिन 108 लोगों की मौत हुई है उनमें 53 मरीज महाराष्ट्र के, 16 केरल के और 11 पंजाब के हैं।
देश में संक्रमण से अब तक कुल 1,57,656 मौतें हुई हैं, जिनमें महाराष्ट्र से 52,393 , तमिलनाडु से 12,513, कर्नाटक से 12,354, दिल्ली से 10,918, पश्चिम बंगाल से 10,275, उत्तर प्रदेश से 8,729 और आंध्र प्रदेश से 7,172 मरीज शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जिन मरीजों की मौत हुई है उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीज अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे।
मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट में कहा कि उसके आंकड़ों का मिलान आईसीएमआर से किया जा रहा है।
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