दीपोत्सव में जलाए जाएंगे 14 लाख दीये: कुम्हारों ने अभी से शुरू किया काम

भगवान राम की पवित्र नगरी अयोध्या के आसपास के गांवों में कुम्हारों के चाक इन दिनों बहुत तेजी से घूम रहे हैं. वजह है, महज दो महीनों बाद सरयू नदी के किनारों पर आयोजित होने वाले 'दीपोत्सव' के लिए 14 लाख मिट्टी के दीये तैयार करने की लगन.

सीएम योगी (Photo Credits ANI)

अयोध्या (उत्तर प्रदेश), 24 अगस्त : भगवान राम की पवित्र नगरी अयोध्या के आसपास के गांवों में कुम्हारों के चाक इन दिनों बहुत तेजी से घूम रहे हैं. वजह है, महज दो महीनों बाद सरयू नदी के किनारों पर आयोजित होने वाले 'दीपोत्सव' के लिए 14 लाख मिट्टी के दीये तैयार करने की लगन. उत्तर प्रदेश सरकार हर साल दीपावली से एक दिन पहले आयोजित होने वाले दीपोत्सव समारोह को प्रायोजित करती है. इसमें पवित्र सरयू नदी के दोनों किनारों पर लाखों दीये जगमगाते हैं. यह दृश्य बेहद भव्य और रमणीय होता है.

अयोध्या में यह परंपरा प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने वर्ष 2017 में डाली थी और इसकी शुरुआत 51 हजार दीयों से हुई थी. वर्ष 2019 में इन दीयों की संख्या बढ़कर चार लाख 10 हजार हो गई थी. वर्ष 2020 में यह संख्या छह लाख थी और 2021 में यह नौ लाख से ज्यादा होकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बना गई. इस बार 23 अक्टूबर को आयोजित होने वाले दीपोत्सव में 14 लाख दीये प्रज्ज्वलित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. ऐसे में अयोध्या के आसपास के गांवों के कुम्हारों का काम बहुत बढ़ गया है और वे बहुत बड़े आर्डर मिलने की उम्मीद में दिन रात चाक घुमा रहे हैं. यह भी पढ़ें : गुजरात में स्पष्ट रूप से सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है भाजपा: वेणुगोपाल

जयसिंहपुर गांव के राजू भी इन्हीं में शामिल हैं. राजू ने पिछले साल सिर्फ 15-20 दिन पहले ही मिले 21 हजार दीयों के आर्डर को सफलतापूर्वक पूरा किया था. राजू ने 'पीटीआई-' से बातचीत में कहा, "इस बार मैं कोई जोखिम नहीं लेना चाहता इसलिए हम अभी से काम कर रहे हैं. रोजाना दीये बनाकर उन्हें स्टोर में रख रहे हैं. इस बार उम्मीद है कि हम 40-50 हजार दीये बना कर दे देंगे. उम्मीद है कि इस बार हमें बेहतर दाम भी मिलेंगे."

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