नयी दिल्ली, 22 नवंबर ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ की शुरुआत के साथ पहले सप्ताह में 203 ग्राम पंचायतों में 1,232 स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए हैं, जिसका 1,66,000 से अधिक लोगों ने लाभ उठाया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
मंत्रालय ने कहा कि शिविरों में 33,000 से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए और 21,000 से अधिक कार्ड वितरित किए गए।
इस पहल के तहत, आयुष्मान ऐप का उपयोग करके आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं और लाभार्थियों को भौतिक कार्ड वितरित किए जा रहे हैं।
उपलब्धता के आधार पर लक्षणों, बलगम परीक्षण और एनएएटी मशीनों का उपयोग करके तपेदिक (टीबी) के रोगियों की जांच की जा रही है।
इसमें कहा गया है कि 21 नवंबर तक पहले सप्ताह के अंत तक 41,000 से अधिक लोगों की जांच की गई है और उनमें से 4,000 से अधिक को उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में भेजा गया है।
मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान (पीएमटीबीएमए) के तहत टीबी से पीड़ित मरीजों को निक्षय मित्रों से सहायता प्राप्त करने के लिए सहमति ली जा रही है।
मंत्रालय ने कहा कि निक्षय मित्र बनने के इच्छुक प्रतिभागियों का मौके पर पंजीकरण भी किया जा रहा है। पहले सप्ताह के अंत तक, 2,500 से अधिक रोगियों ने पीएमटीबीएमबीए के तहत सहमति दी और 1400 से अधिक नए निक्षय मित्र पंजीकृत किए गए।
मंत्रालय ने कहा कि प्रमुख जनजातीय आबादी वाले क्षेत्रों में, सिकल सेल रोग (एससीडी) का पता लगाने के लिए एससीडी के लिए प्वाइंट ऑफ केयर (पीओसी) परीक्षणों के माध्यम से या घुलनशीलता परीक्षण के माध्यम से पात्र आबादी (40 वर्ष तक की आयु) की जांच की जा रही है।
इसमें कहा गया कि जिन मामलों में परीक्षण से रोग का पता लगा है, ऐसे मामलों को प्रबंधन के लिए उच्च केंद्रों पर भेजा जा रहा है। पहले सप्ताह के अंत तक, 24,000 से अधिक लोगों की जांच की गई, जिनमें से 1100 लोगों में टीबी के लक्षण पाये गये। उन लोगों को उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में भेजा गया।
मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा उच्च रक्तचाप और मधुमेह के लिए लगभग 1,35,000 लोगों की जांच की गई और 10,000 से अधिक लोगों को उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में भेजा गया।
पूरे देश में केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से एक बड़ी पहल के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 नवंबर को झारखंड के खूंटी से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ की शुरुआत की थी।
तत्काल सेवाओं की सुविधा के लिए डाक विभाग, स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों द्वारा विभिन्न शिविर लगाए जा रहे हैं।
खारी रंजन
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