लखनऊ, चार जनवरी उत्तर प्रदेश विधान परिषद के 12 सदस्यों का कार्यकाल 30 जनवरी को पूरा हो रहा है। अभी तक इस चुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है। हालांकि, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
विधान परिषद की खाली होने वाली 12 सीटों के चुनाव को लेकर सोमवार को भाजपा मुख्यालय में पार्टी की प्रदेश चुनाव समिति की एक बैठक में संभावित उम्मीदवारों के नाम को लेकर चर्चा की गई।
भाजपा मुख्यालय से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की अध्यक्षता में प्रदेश कार्यालय पर सम्पन्न हुई बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डा. दिनेश शर्मा, प्रदेश (संगठन) महामंत्री सुनील बंसल, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, प्रदेश उपाध्यक्ष कान्ता कर्दम और राज्य मंत्री नीलिमा कटियार उपस्थित रहीं।
भाजपा की चुनाव समिति की बैठक में आगामी विधान परिषद चुनाव के लिए संभावित नामों पर चर्चा की गई। बैठक में प्रत्याशियों के संभावित नामों की सूची को स्वीकृति हेतु केन्द्रीय चुनाव समिति के पास भेजने के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को अधिकृत किया गया।
विज्ञप्ति के अनुसार, इसके साथ ही पंचायत चुनाव के मद्देनजर भी तैयार की गई और आगामी सात जनवरी से 17 जनवरी तक प्रवास के कार्यक्रम तय हुए। प्रवास कार्यक्रमों के माध्यम से पार्टी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की रणनीति कार्यकर्ताओं तक पहुंचाएगी।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा सदस्यों के मत से निर्वाचित होने वाले 12 विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल 30 जनवरी को पूरा हो रहा है। जिन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है उनमें उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, विधान परिषद के सभापति रमेश यादव और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह प्रमुख हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, विधानसभा सदस्यों के संख्या बल के आधार पर भाजपा नौ से दस सीटें जीत सकती है।
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