आपको शायद ये जानकर हैरानी होगी कि पिछले कुछ सालों में जापान की आबादी तेजी से घट रही है. 2016 में जापान की आबादी 12.7 करोड़ थी, जो 2023 में घटकर 12.39 करोड़ रह गई है. इसका मतलब है कि सिर्फ 7 सालों में ही जापान की आबादी लगभग 31 लाख कम हो गई है!
लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है? जापान में लोग अब कम शादियां कर रहे हैं और कम बच्चे पैदा कर रहे हैं. इसके पीछे कई वजह हैं:
काम का बोझ और जीवनशैली: जापान में काम का दबाव बहुत ज्यादा है. लोगों को इतना काम करना पड़ता है कि उनके पास शादी और परिवार के लिए समय ही नहीं बचता. कई बार पुरुष घर के कामों में भी कम हाथ बटाते हैं, जिससे महिलाओं पर काम और घर दोनों की जिम्मेदारी आ जाती है. ऐसे में बच्चे पैदा करने का ख्याल करना मुश्किल हो जाता है.
आर्थिक चिंताएं: जापान में रहना महंगा है और बच्चों की परवरिश में भी काफी खर्च होता है. युवाओं को अच्छी नौकरी मिलना भी मुश्किल हो रहा है, जिससे उन्हें लगता है कि वे आर्थिक रूप से बच्चों को संभालने के लिए तैयार नहीं हैं. भविष्य के बारे में अनिश्चितता भी लोगों को बच्चे पैदा करने से रोक देती है.
जापान में लोग ना तो बच्चे पैदा करना चाह रहे हैं और ना ही शादी करना लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है? pic.twitter.com/Fx1cuRnpnT
— BBC News Hindi (@BBCHindi) February 28, 2024
सामाजिक बदलाव: जापान में पहले लोगों के लिए शादी और बच्चे बहुत अहम होते थे. लेकिन अब समाज में बदलाव आया है. लोग अब शादी और बच्चों को उतना महत्व नहीं देते. अब युवा व्यक्तिगत स्वतंत्रता और अपनी पसंद का जीवन जीने को ज्यादा तरजीह देते हैं. उनके पास शादी के अलावा भी घूमने-फिरने, करियर बनाने और दोस्तों के साथ समय बिताने जैसे कई विकल्प हैं.
जनसांख्यिकीय बदलाव: जापान की आबादी तेजी से बूढ़ी हो रही है, यानी वहां बुजुर्गों की संख्या बढ़ रही है और युवाओं की संख्या कम हो रही है. इसका मतलब है कि बच्चों की परवरिश करने वाले कम लोग हैं और बच्चों की देखभाल के लिए कम सहारा मिलता है.
ये तो कुछ मुख्य वजहें हैं, जिनकी वजह से जापान में शादियां कम हो रही हैं और बच्चे कम पैदा हो रहे हैं. जापानी सरकार इस समस्या को सुलझाने की कोशिश कर रही है, लेकिन ये मुश्किल है और इसका कोई आसान हल नहीं है. आने वाले समय में भी जापान की आबादी के घटने का सिलसिला जारी रहने की संभावना है.