VIDEO: गोरे किसानों पर अत्याचार? ट्रंप-रामफोसा के बीच तीखी नोकझोंक! साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति ने प्लेन गिफ्ट पर कसा तंज

वॉशिंगटन/जोहान्सबर्ग: व्हाइट हाउस में बुधवार को एक असाधारण दृश्य देखने को मिला, जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के बीच गोरे किसानों के मुद्दे पर तीखी बहस हो गई. ट्रंप ने साउथ अफ्रीका में गोरे किसानों के नरसंहार का आरोप लगाते हुए वीडियो सबूत भी दिखाए, जबकि रामफोसा ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया.

1. दोस्ताना माहौल में शुरू हुई थी बातचीत

मुलाकात की शुरुआत बेहद सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई थी. दोनों नेताओं ने गोल्फ पर चर्चा की और अफ्रीका में गोल्फ खिलाड़ियों की तारीफ की. बातचीत व्यापार और खनिज डील तक पहुंची ही थी कि ट्रंप ने अचानक अपने स्टाफ से कहा – “लाइट्स बंद करो, वीडियो चलाओ.”

2. ट्रंप ने वीडियो चलाकर लगाया नरसंहार का आरोप

ओवल ऑफिस में बैठे दोनों नेताओं के सामने अचानक एक वीडियो चलाया गया, जिसमें ट्रंप के अनुसार साउथ अफ्रीका में हजारों गोरे किसानों की कब्रें दिखाई गई थीं. ट्रंप ने इस वीडियो को नरसंहार का प्रमाण बताया और रामफोसा से पूछा कि वह इस पर क्या कार्रवाई करेंगे.

3. रामफोसा का संयमित जवाब – “वीडियो की जांच होगी”

रामफोसा ने संयम बनाए रखते हुए कहा कि उन्होंने यह वीडियो पहले कभी नहीं देखा है और इसकी सत्यता की जांच की जाएगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि दक्षिण अफ्रीका में अपराध सभी जातियों को प्रभावित करता है – न कि केवल गोरों को. “हमारे देश में हिंसा है, लेकिन इससे पीड़ितों में अधिकतर अश्वेत हैं,” रामफोसा ने कहा.

4. ट्रंप नहीं माने, मीडिया आर्टिकल्स दिखाते रहे

रामफोसा की बातों के बावजूद ट्रंप नहीं रुके. उन्होंने कई प्रिंटेड न्यूज रिपोर्ट्स दिखाते हुए ज़ोर-ज़ोर से “हत्या... हत्या…” कहना शुरू किया. ट्रंप बार-बार कहते रहे कि अमेरिका में लोग गोरे किसानों की दुर्दशा से बेहद चिंतित हैं.

5. 'गिफ्ट प्लेन' को लेकर भी हुई नोकझोंक

मुलाकात के अंत में रामफोसा ने हल्के फुल्के अंदाज में तंज कसते हुए कहा, “माफ कीजिए, मेरे पास आपको देने के लिए प्लेन नहीं है.” यह टिप्पणी उन्होंने कतर सरकार से ट्रंप को मिले गिफ्ट प्लेन के संदर्भ में की. ट्रंप ने मुस्कराते हुए जवाब दिया, “काश आपके पास होता, तो मैं ले लेता.”

6. वीडियो पर रामफोसा का अंतिम बयान – “सच आधा नहीं होता”

रामफोसा ने अंत में कहा कि वीडियो में जो दिखाया गया है, वह साउथ अफ्रीका की पूरी तस्वीर नहीं है. उन्होंने कहा कि उनका देश लोकतांत्रिक है, जहां हर राजनीतिक दल को अपनी बात कहने की आज़ादी है. रामफोसा ने कहा- “गोरे लोग भी मारे गए हैं, लेकिन आंकड़े नहीं बताते कि वे अश्वेतों की तुलना में अधिक खतरे में हैं.”

7. भूमि अधिग्रहण कानून बनी विवाद की जड़

दरअसल, 9 अक्टूबर 2024 को साउथ अफ्रीका में नया भूमि अधिग्रहण कानून लागू हुआ था, जिसके तहत सरकार सार्वजनिक उपयोग के लिए निजी जमीन का अधिग्रहण बिना मुआवजे के कर सकती है. इस कानून को रंगभेदी इतिहास की भरपाई की दिशा में एक कदम माना गया, लेकिन ट्रंप और एलन मस्क जैसे नेताओं ने इसे गोरे लोगों के खिलाफ बताया.

8. ट्रंप ने रोक दी थी आर्थिक सहायता

इस विवाद के बाद ट्रंप ने साउथ अफ्रीका को दी जाने वाली 440 मिलियन डॉलर (लगभग 3,674 करोड़ रुपये) की अमेरिकी सहायता रोक दी थी. साथ ही, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी G20 समिट (20-21 फरवरी 2025) का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया था.

निष्कर्ष: कूटनीति की बजाय टकराव पर उतरे ट्रंप

ट्रंप का आक्रामक रुख और वीडियो प्रजेंटेशन ने इस मुलाकात को एक कूटनीतिक अवसर से एक तीखी बहस में बदल दिया. रामफोसा का संयम और तथ्यों पर आधारित जवाब यह दिखाता है कि साउथ अफ्रीका इस आरोप का गहराई से जवाब देने की तैयारी में है.