वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यौन उत्पीड़न के खिलाफ चल रहे ‘मी टू’ अभियान का मजाक बनाते हुए कहा कि इस अभियान के तहत प्रेस द्वारा लागू किए जा रहे नियमों के कारण उन्हें खुद पर नियंत्रण रखना पड़ रहा है. ट्रंप ने पेन्सिलवेनिया में मध्यावधि चुनाव से जुड़ी एक रैली के दौरान ‘द गर्ल दैट गॉट अवे’ मुहावरे की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘एक उक्ति है, लेकिन ‘मी टू’ के नियमों के तहत मुझे अब उस मुहावरे का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं है. मैं ऐसा नहीं कर सकता.’
‘द गर्ल दैट गॉट अवे’ मुहावरे का प्रयोग ऐसे व्यक्ति के लिए होता है जिसने कभी आपसे प्रेम किया था और फिर आपको छोड़कर चला गया. लेकिन आप अभी तक उस व्यक्ति से प्रेम करते हैं और उसे याद करते हैं. मीडिया की ओर इशारा करते हुए ट्रंप ने कहा कि मीडिया को छोड़कर बाकी सबके लिये वह ‘पुराने और वास्तविक’ मुहावरे का ही प्रयोग करेंगे. उन्होंने कहा, ‘वहां जो लोग मौजूद हैं उन्हें छोड़कर शेष के लिये मैं इसका ही इस्तेमाल करूंगा. वे लोग कहेंगे, सुना आपने राष्ट्रपति ट्रंप ने क्या कहा? आपने सुना कि उन्होंने क्या कहा?’
भारत में जारी ‘मी टू’ अभियान ने और भी तूल पकड़ लिया है और कई महिलाओं ने अपने अनुभवों का सार्वजनिक तौर पर साझा किया जबकि केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर और अभिनेता आलोक नाथ के साथ नए नाम भी इसके निशाने पर आए. कांग्रेस भी इस चर्चा में शामिल हो गई. उसने मांग की कि केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर यौन उत्पीड़न के आरोपों पर संतोषजनक स्पष्टीकरण दें या तत्काल इस्तीफा दें.
वहीं गायक कैलाश खेर, रघु दीक्षित, कमेंटेटर सुहेल सेठ और महिला कॉमिक स्टार अदिति मित्तल भी आज ‘मी टू’ की चपेट में आए, जिनपर यौन उत्पीड़न, बदसलूकी, गलत तरीके से छूने जैसे आरोप लगे. महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा है कि किसी के भी खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए क्योंकि आमतौर पर महिलाएं इस बारे में बोलने से डरती हैं.