श्रीलंकन आर्मी चीफ का दावा, ईस्टर बम धमाकों के हमलावरों ने ली थी कश्मीर में ट्रेनिंग
श्रीलंका सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल महेश सेनानायक ने कहा कि इस हमले को अंजाम देने वाले हमलावरों ने संभवतः आतंकी प्रशिक्षण के लिए केरल और कश्मीर की यात्रा की थी. 'हमारे पास मौजूद जानकारी के अनुसार उन्होंने भारत के बंगलूरू, कश्मीर और केरल की यात्रा की है.'
श्रीलंका (Sri Lanka) में ईस्टर संडे के दिन हुए सीरियल बम धमाकों को लेकर एक जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि इसे अंजाम देने वाले आतंकियों ने केरल और कश्मीर की यात्रा की थी. आशंका जताई जा रही है कि इन आतंकियों ने अपनी योजना यहीं तैयार की थी. श्रीलंका सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल महेश सेनानायक (Mahesh Senanayake) ने कहा कि इस हमले को अंजाम देने वाले हमलावरों ने संभवतः आतंकी प्रशिक्षण के लिए केरल और कश्मीर की यात्रा की थी. लेफ्टिनेंट जनरल ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही है. वहीं भारतीय अधिकारियों के मुताबिक साल 2017 में दो आत्मघाती हमलावर भारत आए थे.
सेनानायक ने कहा, 'हमारे पास मौजूद जानकारी के अनुसार उन्होंने भारत के बंगलूरू, कश्मीर और केरल की यात्रा की है.' जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें इन यात्राओं के पीछे का उद्देश्य पता था तो उन्होंने कहा, 'यह किसी तरह के प्रशिक्षण के लिए या देश के बाहर मौजूद संगठनों के साथ लिंक स्थापित करने के लिए की गई यात्रा थी.' तमिलनाडु और केरल के कुछ हिस्सों में आतंकवाद रोधी एजेंसियों जैसे NIA ने छापे मारे हैं. छापे में एनआईए ने कई लोगों को इस्लामिक स्टेट के साथ संदिग्ध लिंक होने की वजह से हिरासत में लिया है.
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भारतीय अधिकारियों के अनुसार श्रीलंका धमाकों का मुख्य संदिग्ध इस्लामिक उपदेशक मौलवी जहरान बिन हाशिम ने भारत यात्रा की थी. वह श्रीलंका में नेशनल तौहीद जमात (NTJ) का नेता था. भारतीय अधिकारियों ने हाशिम की भारत यात्रा और वह किन लोगों के संपर्क में था इसे लेकर विवरण साझा करने से मना कर दिया है. मिली जानकारी के अनुसार हाशिम शुरुआत में तमिलनाडु तौहीद जमात (TNTJ) के साथ जुड़ा था लेकिन इस संस्था का आतंकी गतिविधियों में कोई हाथ नहीं था. उसने टीएनटीजे से नाता तोड़कर एनटीजे की स्थापना की थी. जहां उसने इस्लाम के हिंसक स्वरूप के बारे में प्रचारित करना शुरू कर दिया.