
भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) ने गुरुवार को करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) के लिए परिचालन संबंधी तौर-तरीकों के समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे भारतीय तीर्थयात्रियों को साल भर पवित्र तीर्थस्थल की यात्रा की इजाजत दी जा सके. इस समझौते से कॉरिडोर के अगले महीने सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव की 550वीं जयंती के पहले उद्घाटन का मार्ग प्रशस्त होगा.
हस्ताक्षर समारोह करतारपुर साहिब कॉरिडोर जीरो प्वाइंट, इंटरनेशनल बॉर्डर, डेरा बाबा नानक पर हुआ. यह यात्रा वीजा मुक्त होगी और तीर्थयात्री व्यक्तिगत तौर पर या समूहों में यात्रा कर सकते हैं. इस समझौते के तहत भारत सरकार पाकिस्तानी अधिकारियों को तीर्थयात्रियों की सूची अग्रिम तौर पर 10 पहले सूचित करेगी और तीर्थयात्रियों को यात्रा के चार दिन पहले मेल के जरिए सूचित किया जाएगा.
भारतीय तरफ 4.2 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर पंजाब के गुरुदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक इलाके में 31 अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा. इस तरह यह गुरु नानक देव के 550वीं जयंत वर्षगांठ के समारोह के शुरू होने के एक हफ्ते पहले पूरा होगा. कॉरिडोर का भारत व पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) व इमरान खान (Imran Khan) द्वारा क्रमश: 9 नवंबर को उद्घाटन किया जाना है.