यूक्रेन में मारे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों के चेहरे जला रहा है रूस; जेलेंस्की ने Video शेयर कर लगाया गंभीर आरोप
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने रूस पर एक गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने दावा किया है कि रूसी सैनिक यूक्रेन युद्ध में मारे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों के शवों के चेहरे जलाकर उनकी पहचान छुपाने की कोशिश कर रहे हैं.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने रूस पर एक गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने दावा किया है कि रूसी सैनिक यूक्रेन युद्ध में मारे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों के शवों के चेहरे जलाकर उनकी पहचान छुपाने की कोशिश कर रहे हैं. इस दावे के समर्थन में जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर एक चौंकाने वाला वीडियो साझा किया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया है कि एक रूसी सैनिक यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में मारे गए उत्तर कोरियाई सैनिक के शव को आग लगा रहा है.
जेलेंस्की ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए एक वीडियो में यह दावा किया. इसमें आंशिक रूप से जलती हुई लाश दिखाई दे रही थी. इसका सबटाइटल था, 'रूसी, उत्तर कोरियाई सैनिकों के मरने के बाद भी उनके चेहरे छिपाने की कोशिश करते हैं.'
वीडियो में क्या दिख रहा है?
जेलेंस्की द्वारा साझा किए गए वीडियो में बर्फ से ढके इलाके में उत्तर कोरियाई सैनिकों के शव दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में ऐसा प्रतीत होता है कि रूसी सैनिक शवों के कुछ हिस्सों को आग के हवाले कर रहे हैं. यह दावा किया गया है कि यह घटना रूस के कुर्स्क क्षेत्र में हुई. हालांकि, इस वीडियो की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो पाई है.
वलोडिमिर जेलेंस्की ने क्या कहा?
जेलेंस्की ने अपने पोस्ट में लिखा, "युद्ध के वर्षों के बाद, जब हमने सोचा कि रूस और अधिक अमानवीय नहीं हो सकता, तो यह और भी भयावह साबित हुआ. रूस न केवल उत्तर कोरियाई सैनिकों को यूक्रेनी मोर्चे पर भेजता है, बल्कि उनकी मृत्यु के बाद उनके शवों को जलाकर पहचान छुपाने की कोशिश भी करता है."
उत्तर कोरियाई सैनिक यूक्रेन में क्यों?
यह दावा लंबे समय से किया जा रहा है कि रूस ने यूक्रेन युद्ध में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए उत्तर कोरिया से सैन्य मदद मांगी है. हालांकि, उत्तर कोरियाई सैनिकों की उपस्थिति पर स्पष्ट प्रमाण सामने नहीं आए हैं.
रूस की ओर से अभी तक जेलेंस्की के इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. इससे पहले भी रूस पर युद्ध के दौरान कई अमानवीय गतिविधियों का आरोप लगाया जा चुका है, जिनमें युद्धबंदियों के साथ दुर्व्यवहार और नागरिकों पर हमले शामिल हैं.