VIDEO: हिज्बुल्लाह के हमलों का तगड़ा पलटवार! इजरायल ने 100 लड़ाकू विमान से लेबनान में किया हमला, धमाकों का वीडियो वायरल

रविवार को इजराइली सेना ने लेबनान में स्थित "आतंकी ठिकानों" पर जोरदार हमला किया, जिसमें लगभग 100 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया गया. यह हमला तब किया गया जब ईरान समर्थित समूह हिज़्बुल्लाह एक बड़े आक्रमण की तैयारी कर रहा था.

रविवार को इजराइली सेना ने लेबनान में स्थित "आतंकी ठिकानों" पर जोरदार हमला किया, जिसमें लगभग 100 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया गया. यह हमला तब किया गया जब ईरान समर्थित समूह हिज़्बुल्लाह एक बड़े आक्रमण की तैयारी कर रहा था. जवाबी कार्रवाई में हिज़्बुल्लाह ने लेबनान से इजराइली क्षेत्र की ओर 320 से अधिक कात्युशा रॉकेट दागे. हिज़्बुल्लाह ने इन मिसाइलों और विस्फोटक से भरे ड्रोन हमलों की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसने यह हमला अपने सैन्य कमांडर फ़ुआद शुकर की हत्या के जवाब में किया है.

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान स्थित इस समूह ने कहा कि उसने एक विशेष सैन्य लक्ष्य, इजराइल के आयरन डोम प्लेटफार्म और अन्य ठिकानों पर हमला किया. समूह ने दावा किया कि उसके हमलों का "पहला चरण" पूरी तरह सफल रहा.

इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने अगले 48 घंटों के लिए आपातकाल की घोषणा की, जबकि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उत्तरी क्षेत्र में बिगड़ती स्थिति से निपटने के लिए उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की.

नेतन्याहू ने इस बैठक के दौरान कहा, "हम अपने देश की रक्षा के लिए सब कुछ करेंगे, ताकि उत्तरी क्षेत्र के निवासी सुरक्षित रूप से अपने घर लौट सकें. जो हमें नुकसान पहुंचाएगा, हम उसे भी नुकसान पहुंचाएंगे."

इजराइली सेना ने कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने हिज़्बुल्लाह के हजारों रॉकेट लांचर बैरल को नष्ट कर दिया, जो उत्तरी और मध्य इजराइल की ओर तत्काल फायर के लिए तैनात थे. सेना ने बताय कि "हमले के दौरान लेबनान में 40 से अधिक लॉन्च साइट्स को निशाना बनाया गया."

इजराइल और हिज़्बुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव पर अमेरिका की नज़र

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सैवेट ने कहा कि इजराइल और हिज़्बुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन "इजराइल और लेबनान में हो रही घटनाओं पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं."

सैवेट ने कहा कि उन्होंने पूरे शाम अपने राष्ट्रीय सुरक्षा दल के साथ संपर्क बनाए रखा. उनके निर्देश पर, वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी लगातार इजराइली समकक्षों के साथ संवाद कर रहे हैं. हम इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करना जारी रखेंगे और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए काम करते रहेंगे.

आईडीएफ के हमले के बाद, रक्षा मंत्री गैलेंट ने अपने अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन से बातचीत की. गैलेंट ने कहा, "हमने इजराइली नागरिकों के खिलाफ खतरों को खत्म करने के लिए लेबनान में हमले किए हैं. हम बेरूत में हो रही घटनाओं पर करीबी नज़र रख रहे हैं और अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी उपलब्ध साधनों का उपयोग करने के लिए तत्पर हैं."

यह घटनाक्रम मध्य पूर्व में एक नई चुनौती का संकेत देता है, जिसमें दोनों पक्ष एक दूसरे के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रहे हैं. इस तनावपूर्ण स्थिति में दोनों देशों की सैन्य और राजनीतिक गतिविधियों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें टिकी हुई हैं.

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