राष्ट्रपति ने जर्मनी में एकजुटता के लिए उठाई आवाज

जर्मन राष्ट्रपति फ्रांक-वाल्टर श्टाइनमायर ने जर्मनी के लोगों से एकजुट होने को कहा है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

जर्मन राष्ट्रपति फ्रांक-वाल्टर श्टाइनमायर ने जर्मनी के लोगों से एकजुट होने को कहा है. माग्देबुर्ग के क्रिसमस मार्केट पर हमले जैसी घटनाएं सामाजिक सद्भाव को चोट पहुंचा रही हैं.क्रिसमस के मौके पर अपने सालाना संबोधन में श्टाइनमायर ने कहा, "नफरत और हिंसा आखिरी शब्द नहीं होने चाहिए. हम एक दूसरे से दूर ना जाएं. आइए हम साथ खड़े हों." जर्मनी के राष्ट्रपति ने कहा कि इस क्रिसमस के मौके पर बहुत से लोगों का दिल भारी है, या वो अस्थिरता, असुरक्षा और डर महसूस कर रहे हैं, "इन सारे अहसासों को समझा जा सकता है, लेकिन ये हमें नियंत्रित ना करें और ना ही हमें पंगु बनाएं."

शुक्रवार की शाम जब एक आदमी ने तेज रफ्तार कार माग्देबुर्ग के क्रिसमस मार्केट में दौड़ा दी तो 9 साल के एक बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा करीब 235 लोग घायल हुए हैं. इस मामले में पकड़ा गया संदिग्ध सऊदी अरब का नागरिक है और जर्मनी में 2006 से ही रह रहा है. उसका नाम तालिब ए है. 2016 में उसे यहां राजनीतिक शरण दी गई थी. अब वह पुलिस हिरासत में है और मुकदमा चलने का इंतजार कर रहा है.

श्टाइनमायर ने इस घटना के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा,"आप इस पीड़ा में अकेले नहीं हैं. पूरे देश के लोग इसे महसूस कर रहे हैं और आपके साथ शोक में हैं."

समय से पहले चुनाव

श्टाइनमायर ने अपने संबोधन में आगे कहा कि जर्मनी समय से पहले चुनाव के लिए तैयार है. उन्होंने चांसलर ओलाफ शॉल्त्स के नेतृत्व वाली मध्य वामपंथी गठबंधन सरकार के गिर जाने के बाद की स्थिति में आम लोगों को भरोसा भी दिलाया.

राष्ट्रपति ने कहा, "भले ही एक सरकार समय से पहले गिर गई है, लेकिन इससे दुनिया खत्म नहीं हो गई, बल्कि यह ऐसी स्थिति है जिसका संविधान में प्रावधान किया गया है." उन्होंने कहा कि वो क्रिसमस के बाद संसद को भंग करने और नए चुनाव कराने के बारे में सावधानी से फैसला लेंगे.

श्टाइनमायर आधिकारिक रूप से अपने फैसले की घोषणा 27 दिसंबर को करेंगे. उम्मीद की जा रही है कि जर्मनी में 23 फरवरी को चुनाव होंगे. पिछले हफ्ते जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स संसद के निचले सदन में विश्वास मत हार गए थे.

आगे की चुनौतियां

राष्ट्रपति ने जर्मन समाज को अपनी भावना, महत्वाकांक्षा, मौलिकता और हिम्मत दिखाने के लिए उनका उत्साह बढ़ाया और कहा कि बड़े संकट से लोग पहले ही उबर चुके हैं. श्टाइनमायर ने कहा, "हमारे आगे सब कुछ खत्म नहीं हो गया, सब कुछ अभी जिंदा है, मैं लगभग रोज इसका सामना करता हूं और मुझे यकीन है कि ये सब हमारे लिए भविष्य में बार बार नया रास्ता खोलेंगे."

यूक्रेन और मध्यपूर्व और दूसरे जगहों की लड़ाइयों के साथ ही श्टाइनमायर ने राजनीति, अर्थव्यवस्था, नौकरशाही और अन्याय के प्रति जर्मनी में असंतोष की ओर ध्यान खींचा. राष्ट्रपति ने कहा, "हमारे देश का सुर रोजमर्रा की जिंदगी में बिगड़ गया है, कई बार तो इतना ज्यादा कि जिसे सुधारा ना जा सके. हमें खुले तौर पर यह देखना होगा कि क्या बिगड़ रहा है और हमारे देश में क्या काम कर रहा है साथ ही यह भी कि क्या हो सकता है और क्या होना चाहिए, और सबसे ऊपर यह कि क्या करने की जरूरत है."

जर्मन राष्ट्रपति ने खासतौर पर युवाओं से कहा, "आपकी जरूरत है, बहुत से क्षेत्रों में आपको बेसब्री से ढूंढा जा रहा है, और इसलिए अपने बच्चों और पोते-पोतियों के लिए चिंता कर रहे मां-बाप और दादा-दादी से कहूंगा, ये लोग अपने रास्तों पर चलेंगे."

एनआर/आरपी (डीपीए)

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