झूठ पकड़े जानें से पहले पाकिस्तान का कबूलनामा, मोदी ने नहीं दी...
पाकिस्तान ने साफ कर दिया है कि मोदी की तरफ से किसी तरह की द्विपक्षीय वार्ता का कोई प्रस्ताव नहीं आया है और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस आशय का कोई बयान नहीं दिया है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान को पत्र लिखकर कहा है कि भारत, पाकिस्तान से सार्थक और रचनात्मक संबंध बनाने की इच्छा रखता है. इस बीच, पाकिस्तान ने साफ कर दिया है कि मोदी की तरफ से किसी तरह की द्विपक्षीय वार्ता का कोई प्रस्ताव नहीं आया है और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस आशय का कोई बयान नहीं दिया है.
नई दिल्ली में विश्वस्त सूत्रों ने कहा कि मोदी ने शनिवार को इमरान को पत्र लिखकर उन्हें पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री बनने के लिए शुभकामनाएं दीं.
सूत्रों के अनुसार, मोदी ने क्षेत्र के लोगों की भलाई के लिए नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच अच्छे पड़ोसी रिश्ते स्थापित करने और सार्थक तथा रचनात्मक संबंध जारी रखने के लिए भारत की प्रतिबद्धता जताई.
उन्होंने विश्वास जताया कि पाकिस्तान में सत्ता के सहज बदलाव से लोकतंत्र के प्रति वहां की जनता का विश्वास और मजबूत होगा.
मोदी ने पत्र में इमरान के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत का जिक्र किया जिसमें दोनों नेताओं ने उपमहाद्वीप को आतंकवाद और हिंसा से मुक्त करने तथा सुरक्षा और समृद्धि लाने पर विचार साझा किए थे.
वहीं, इस्लामाबाद में पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने इस बात से इनकार किया कि पाकिस्तान के नए विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि मोदी ने बातचीत का प्रस्ताव दिया है.
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "भारतीय मीडिया के एक धड़े द्वारा पैदा किए गए गैर जरूरी विवाद से संबंधित एक प्रश्न के जवाब में यह बताना है कि विदेश मंत्री ने नहीं कहा है कि भारतीय प्रधानमंत्री ने बातचीत का प्रस्ताव दिया है."
मंत्रालय के अनुसार, "भारतीय प्रधानमंत्री ने खान को लिखे अपने पत्र में विदेश मंत्री के उस बयान से मिलता जुलता बयान दिया है जिसमें इस बात का जिक्र है कि आगे का रास्ता रचनात्मक संबंधों के जरिए संभव होगा.
मंत्रालय ने कहा, "पाकिस्तान, भारत के साथ सभी मुद्दों को सुलझाने को आपसी फायदे और निर्बाध बातचीत के लिए आशान्वित है."
बयान के अनुसार, "विवादों को बढ़ावा देने और वातावरण दूषित करने से उल्टे नतीजे निकलते हैं और यह जिम्मेदार पत्रकारिता की भावना के विपरीत है."
इससे पहले सोमवार को कुरैशी ने कहा कि दोनों पड़ोसियों के बीच समस्याओं को सुलझाने के लिए भारत के साथ लगातार और निर्बाध बातचीत की जरूरत है.
डान न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के उपाध्यक्ष कुरैशी ने सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कैबिनेट के अन्य मंत्रियों के साथ शपथ ली.
समाचार पत्र डॉन के अनुसार, कुरैशी ने जोर देते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान को अपनी सच्चाइयों को स्वीकारते हुए आगे बढ़ना होगा.
समाचार पत्र के अनुसार, कुरैशी ने पड़ोसी देशों से रिश्तों को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, "मैं पाकिस्तान और अन्य क्षेत्रीय देशों के बीच विश्वास बनाने की कोशिश करूंगा."