इस्लामाबाद: भयंकर कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने अपने मत्रियों से खर्चों को कम करने के लिए कहा है. इमरान ने एक बैठक के दौरान देश की मौजूदा आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट सदस्यों को सरल जीवन शैली अपनाकर दूसरों के लिए एक उदाहरण पेश करने की सलाह दी.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विशेष सहायक शहजाद अकबर और फिरदौस आशिक अवान ने मंगलवार को कैबिनेट फैसलों के बारे में बताते हुए मीडियाकर्मियों से कहा कि पीएम इमरान खान ने प्रधानमंत्री आवास के लिए आवंटित बजट में से 32 प्रतिशत धन की बचत करके एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है.
गौरतलब हो कि 2018-19 के बजट में पाकिस्तान के पीएम हाउस के लिए 1.10 बिलियन की राशि आवंटित की गई थी, जिसमें से 750 मिलियन रुपये खर्च किए गए. इस हिसाब से इमरान खान ने अपने खर्चों में कटौती करके 32 प्रतिशत राशि बचाई है.
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पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बेहद बुरे दौर में है. पड़ोसी देश में आर्थिक विकास दर कम तो वहीं मंहगाई चरम पर पहुंच गई है. पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले अपने निचले स्तर पर पहुंच चुकी है. अपने खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान खूब हाथपैर मार रहे है. लेकिन उनकी सभी कोशिशे बेकार साबित हो रही है.
इससे पहले इमरान खान ने अपनी सेना से खर्चो में कटौती करने की अपील की थी. जिसे सेना ने मान लिया. इसी साल जून महीने में इमरान खान ने अपना पहला बजट पेश किया. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि पाकिस्तान कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है. अगर, अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाना है तो सबसे पहले इसे कम करना होगा. क्योकि हमारे बजट का अधिकतर हिस्सा कर्ज का ब्याज चुकाने में खर्च होता है.
हाल ही में एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने पाकिस्तान को बजटीय समर्थन के तौर पर 3.4 अरब डॉलर का कर्ज देने का फैसला लिया है. पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को नकदी की संकट से बाहर निकालने के लिए छह अरब डॉलर के राहत पैकेज की मंजूरी दी.