
बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने बुधवार को कहा है कि उनके द्वारा स्थापित की गई गैर-लाभकारी संस्था के पास ही उनके भावी पुनर्जन्म यानी उत्तराधिकारी की पहचान करने का एकमात्र अधिकार होगा.- अमेरिका ने यूक्रेन भेजे जाने वाले कुछ हथियारों की डिलीवरी रोकी
- स्टडी: कोविड वैक्सीन और अचानक हो रही मौतों के बीच कोई संबंध नहीं
अमेरिका ने यूक्रेन भेजे जाने वाले कुछ हथियारों की डिलीवरी रोकी
अमेरिका ने यूक्रेन को भेजे जाने वाले हथियारों में कुछ कटौती की है. इसकी वजह अमेरिका के हथियारों के स्टॉक में आई कमी बताई जा रही है. इस पर व्हाइट हाउस की प्रवक्ता ऐना केली ने कहा, “यह फैसला दुनिया भर के अन्य देशों को हमारे देश की सैन्य सहायता और समर्थन की समीक्षा के बाद अमेरिका के हितों को सर्वोपरि रखने के लिए लिया गया है.”
युद्ध के इस समय में यह कदम यूक्रेन के लिए एक झटके जैसा है. रूस ने यूक्रेन में अपने हवाई हमले तो बढ़ाए ही हैं. साथ ही रूसी सेना ने यूक्रेन के लगभग बीस फीसदी हिस्से पर कब्जा भी जमा लिया है और वह लगातार आगे बढ़ रही है.
रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने दो लोगों का हवाला देते हुए बताया है कि अमेरिका द्वारा रोके गए हथियारों में रूसी ड्रोन और प्रोजेक्टाइल को मार गिराने में मदद करने वाले एयर डिफेंस इंटरसेप्टर और अन्य हथियार शामिल हैं. फरवरी 2022 में यूक्रेन-रूस युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक अमेरिका यूक्रेन को 6,600 करोड़ डॉलर से ज्यादा की कीमत के हथियार और सैन्य सहायता दे चुका है.
स्टडी: कोविड वैक्सीन और अचानक हो रही मौतों के बीच कोई संबंध नहीं
भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने अध्ययनों का हवाला देते हुए कहा है कि कोविड-19 टीकाकरण और देश में अचानक हुई मौतों की खबरों के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है. मंत्रालय ने कहा है कि देश में कई एजेंसियों ने अचानक और बिना किसी स्पष्ट कारण के हुई मौतों के मामले की जांच की है और उसके बाद यह निष्कर्ष निकाला है.
मंत्रालय के मुताबिक, अचानक हुई दिल से संबंधित मौतें कई कारकों की वजह से हो सकती हैं, जिनमें आनुवांशिकी, जीवनशैली, पहले से मौजूद बीमारियां और कोविड के बाद हुई जटिलताएं शामिल हैं.
देश में बीते दो-तीन सालों में लोगों की अचानक मौत होने के कई मामले सामने आए थे. ऐसी घटनाएं सामने आईं जिनमें लोगों की जिम करने के दौरान, खाना खाते समय, नाचते वक्त या बैठे-बैठे ही मौत हो गई. इनमें ऐसे लोग भी शामिल थे जिनकी उम्र अधिक नहीं थी. इसके बाद यह सवाल उठने लगे थे कि क्या कोविड वैक्सीन का इन मौतों से कोई संबंध है. इसी की जांच करने के लिए यह अध्ययन किए गए थे.
मंत्रालय की प्रेस रिलीज के मुताबिक, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि भारत में कोविड-19 के टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं और इनके गंभीर दुष्प्रभाव होने के मामले बेहद दुर्लभ हैं. आईसीएमआर और एनसीडीसी ने इन निष्कर्षों तक पहुंचने के लिए दो पूरक अध्ययन किए. इनमें से एक पिछले डेटा पर आधारित था और दूसरे में वास्तविक समय में जांच की गई थी.
दलाई लामा का ट्रस्ट तय करेगा उनका उत्तराधिकारी
बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने बुधवार को कहा है कि उनके द्वारा स्थापित की गई गैर-लाभकारी संस्था के पास ही उनके भावी पुनर्जन्म यानी उत्तराधिकारी की पहचान करने का एकमात्र अधिकार होगा. दलाई लामा की तरफ से यह बयान उनके जन्मदिन से कुछ दिन पहले आया है. दलाई लामा रविवार, 6 जुलाई को 90 वर्ष के होने वाले हैं.
दलाई लामा ने इस बात की पुष्टि की है कि दलाई लामा की संस्था आगे भी बनी रहेगी. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, उन्होंने दलाई लामा की संस्था और परंपरा का समर्थन करने और उसे बनाए रखने के लिए एक ट्रस्ट बनाया है. दलाई लामा ने बयान में कहा, "उन्हें पिछली परंपरा के अनुसार (उत्तराधिकारी की) तलाश और पहचान करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहिए."
दलाई लामा ने यह भी कहा है कि अन्य किसी को इस मामले में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है. उनका इशारा चीन की तरफ है, जो अपनी पसंद से अगला दलाई लामा चुनना चाहता है. दलाई लामा पहले यह कह चुके हैं कि उनका उत्तराधिकारी चीन से बाहर पैदा होगा. उन्होंने अपने अनुयायियों से चीन द्वारा चुने गए किसी भी उत्तराधिकारी को स्वीकार नहीं करने का आग्रह किया है.