LIVE: ईरान और इस्राएल के बीच हुआ युद्धविराम
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने सोमवार को इस्राएल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत की, जबकि उपराष्ट्रपति जेडी वैंस सहित उनकी टीम ने तेहरान के साथ बातचीत की.- सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के मामले में 99वें स्थान पर भारत

- रॉयटर्स: जर्मनी रक्षा बजट को जीडीपी का 3.5 फीसदी हिस्सा देगा

- फ्रांस: 145 लोगों को अलग-अलग शहरों में चुभाई गई सुई

- 12 दिनों के बाद ईरान और इस्राएल के बीच हुआ युद्धविराम

इस्राएली सेना का दावा: सीजफायर के बाद भी ईरान ने दागी मिसाइलें

इस्राएल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने कहा कि ईरान ने इस्राएल पर मिसाइलें दागी हैं, जिससे वहां के उत्तरी हिस्से में सायरन बजने लगे हैं. दावा है कि यह घटना अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में इस्राएल और ईरान के बीच संघर्ष विराम लागू होने के कुछ घंटों बाद हुई है.

इस्राएली रक्षा मंत्री इस्राएल कात्स ने कहा कि उन्होंने इस्राएल की सेना को निर्देश दिया है कि वह ईरान से इस्राएल के उत्तरी हिस्से की ओर मिसाइल दागे जाने पर "बलपूर्वक जवाब" दे, जिससे दोनों पक्षों के बीच संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ है.

सुदूर दक्षिणपंथी वित्त मंत्री बेत्सालेल स्मोत्रिच ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी. स्मोत्रिच ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "(अब) तेहरान हिल जाएगा"

इस्राएली सेना ने कहा कि ईरान से इस्राएल के उत्तर की ओर दागी गई एक या दो मिसाइलों को रोक दिया गया था. क्षेत्र में विस्फोट की आवाज भी सुनाई दी.

सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के मामले में 99वें स्थान पर भारत

सतत विकास लक्ष्यों यानी सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (एसडीजी) को हासिल करने के मामले में भारत को 193 देशों में 99वां स्थान मिला है. ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट रिपोर्ट 2025’ के मुताबिक, भारत का स्कोर 100 में से 66.95 है. इस इंडेक्स में 17 सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को हासिल करने की तरफ देशों की प्रगति के हिसाब से उन्हें रैंकिंग दी जाती है.

इस इंडेक्स में चीन को 74.4 स्कोर के साथ 49वां स्थान मिला है, वहीं अमेरिका को 75.2 स्कोर के साथ 44वां स्थान मिला है. भारत के पड़ोसी देश भूटान को 74वां, नेपाल को 85वां, बांग्लादेश को 114वां और पाकिस्तान को 140वां स्थान मिला है. वहीं, समुद्री पड़ोसी श्रीलंका को 93वां और मालदीव्स को 53वां स्थान मिला है.

इस इंडेक्स में 87 के स्कोर के साथ फिनलैंड को पहला और 83.7 स्कोर के साथ जर्मनी को चौथा स्थान मिला है. रिपोर्ट के मुताबिक, इंडेक्स के शीर्ष 20 देशों में से 19 यूरोपीय देश हैं. हालांकि, इन देशों को भी जलवायु और जैव-विविधता से जुड़े दो लक्ष्यों को हासिल करने में बड़ी चुनौतियां का सामना करना पड़ रहा है.

रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर 17 लक्ष्यों में से कोई भी लक्ष्य 2030 तक पूरा होता नहीं दिख रहा है. संघर्षों, संरचनात्मक कमजोरियों और सीमित धनराशि के चलते दुनिया के कई हिस्सों में सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में प्रगति में बाधा आ रही है. दुनियाभर में सिर्फ 17 फीसदी लक्ष्य ही पूरे होते दिख रहे हैं.

जर्मनी में प्रवासियों में बढ़ा शिक्षा का स्तर

रॉकवूल फाउंडेशन बर्लिन (आरएफबर्लिन) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में गैर-ईयू देशों से आए 32.1 फीसदी प्रवासियों के पास विश्वविद्यालय की डिग्री या उसी के समान योग्यता थी. यह दर 2023 में 30.9 फीसदी थी.

सोमवार को जारी किए गए अध्ययन में इसे “रिकॉर्ड स्तर” और पिछले दशक से निरंतर ऊपर की ओर जाने वाले एक ट्रेंड का हिस्सा बताया गया है.

जर्मनी में, उच्च शिक्षित गैर-ईयू प्रवासियों की हिस्सेदारी इसी समय में 29.4 फीसदी से बढ़कर 31.1 फीसदी हो गई. अन्य ईयू सदस्य देशों से आए प्रवासियों के लिए, ऐसी योग्यता रखने वालों का प्रतिशत पूरे ईयू में 33.8 फीसदी से बढ़कर 35.2 फीसदी हो गया. यही दर जर्मनी में 28.6 फीसदी से बढ़कर 30.1 फीसदी हो गई.

दो शतक लगाने वाले ऋषभ पंत को क्यों पड़ी डांट

भारत-इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच में दो शतक लगाने वाले ऋषभ पंत को डांट खानी पड़ी है. उन्हें आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के लेवल 1 का उल्लंघन करने के लिए आधिकारिक तौर पर फटकार लगाई गई है. इसके अलावा, उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डीमेरिट अंक भी जोड़ दिया गया है. पिछले 24 महीनों में पंत का यह पहला उल्लंघन है.

इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान, मैदान पर पंत के व्यवहार के चलते यह कार्रवाई की गई है. दरअसल, मैच के तीसरे दिन पंत गेंद की स्थिति के बारे में अंपायरों से चर्चा कर रहे थे. अंपायरों ने गेंद की जांच करने के बाद गेंद बदलने से इनकार कर दिया था. इसके बाद पंत ने अंपायरों के सामने गेंद को जमीन पर फेंककर अपनी नाराजगी जताई थी.

मैच अंपायरों ने इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद पाया गया कि पंत ने आईसीसी के खिलाड़ियों के लिए बनाए गए कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.8 का उल्लंघन किया था. इसका संबंध, अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर विरोध दिखाना है. पंत ने इस अपराध को मान लिया है और अपने खिलाफ हुई कार्रवाई को स्वीकार कर लिया है.

रॉयटर्स: जर्मनी रक्षा बजट को जीडीपी का 3.5 फीसदी हिस्सा देगा

सोमवार को समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने कहा कि जर्मनी 2029 तक रक्षा खर्च को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.5 फीसदी तक बढ़ा देगा. बताया जा रहा है कि इसका उद्देश्य इस सप्ताह हेग में होने वाले नाटो शिखर सम्मेलन से पहले, अपने 2025 के बजट के साथ एक मजबूत संकेत भेजना है.

रॉयटर्स के अनुसार, जर्मनी का कुल रक्षा खर्च 2025 के मसौदा बजट के 95 अरब यूरो से बढ़कर 2029 के बजट ढांचे में 162 अरब यूरो हो जाएगा.

शीत युद्ध के बाद जर्मनी ने अपना रक्षा खर्च कम कर दिया था. यूक्रेन-रूस युद्ध की शुरुआत के बाद ओलाफ शॉल्त्स ने एक विशेष कोष बनाया था. इस कोष की मदद से तीन दशकों में ऐसा पहली बार हुआ है, जब जर्मनी ने नाटो की नीति - सकल घरेलू उत्पाद का 2 फीसदी रक्षा में निवेश - का लक्ष्य पूरा किया है.

एनएसए अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री के बीच किन मुद्दों पर हुई बात

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एनएसए अजीत डोभाल ने सोमवार, 23 जून को बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की. भारतीय विदेश मंत्रालय की प्रेस रिलीज के मुताबिक, दोनों पक्षों ने भारत-चीन के द्विपक्षीय संबंधों के हालिया घटनाक्रमों की समीक्षा की और द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास को बढ़ावा देने की जरूरत को रेखांकित किया. उन्होंने दोनों तरफ के नागरिकों के बीच संबंधों को बढ़ाने के बारे में भी चर्चा की.

वांग यी से मुलाकात में डोभाल ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम रखने के लिए सभी प्रकार के आतंकवाद से मुकाबला करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. इसके अलावा, साझा हितों से संबंधित अन्य द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी बातचीत हुई.

एनएसए डोभाल शंघाई सहयोग संगठन एससीओ के सुरक्षा परिषद सचिवों की 20वीं बैठक में शामिल होने के लिए चीन दौरे पर हैं. डोभाल ने कहा कि वे विशेष प्रतिनिधि वार्ता के 24वें राउंड के लिए पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तारीख पर भारत में वांग यी से मुलाकात करने के लिए भी उत्सुक हैं.

फ्रांस: 145 लोगों को अलग-अलग शहरों में चुभाई गई सुई

फ्रांस में एक ही दिन में अलग-अलग शहरों में 145 लोगों ने सुई (सिरिंज) चुभोने की घटनाएं दर्ज करवाई हैं. पुलिस ने रविवार को 12 संदिग्धों को हिरासत में भी लिया है. ये घटनाएं फ्रांस में हो रहे एक म्यूजिक फेस्टिवल के दौरान सामने आईं.

फैत दे ला म्यूजीक नाम का यह स्ट्रीट म्यूजिक फेस्टिवल, पूरे फ्रांस में हर साल कई अलग अलग शहरों में होता है. फ्रांस के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि देश भर में 145 लोगों ने आउटडोर संगीत कार्यक्रमों के दौरान सुई चुभोने की सूचना दी है. पेरिस पुलिस ने राजधानी में 13 मामलों की सूचना दी. अधिकारियों ने पेरिस में बढ़ती भीड़ का जिक्र भी किया.

जांच पड़ताल कर रहे अधिकारियों ने बताया कि तीन लोगों, जिनमें से एक 15 वर्षीय लड़की और एक 18 वर्षीय लड़का है, को अलग-अलग घटनाओं में सुई चुभोई गई. तीनों ने कहा है कि उन्हें अपनी तबीयत खराब लग रही है. अधिकारियों को फिलहाल इसकी वजह मालूम नहीं है. अब तक ये भी पता नहीं चल पाया है कि क्या इन सिरिंजों में डेट रेप ड्रग जैसे रोहिपनॉल या जीएचबी भरकर चुभोए गए थे या नहीं. इस पर जांच जारी है.

ईरान से 2,295 और इस्राएल से 326 भारतीय वापस लाए गए

ईरान और इस्राएल के बीच संघर्ष की शुरुआत से लेकर अब तक दोनों देशों से ढाई हजार से ज्यादा भारतीयों को वापस लाया गया है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, ऑपरेशन सिंधू के तहत अब तक ईरान से 2,295 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है. 292 भारतीयों को लेकर आई एक विशेष फ्लाइट मंगलवार, 24 जून को रात साढ़े तीन बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी.

ऑपरेशन सिंधू के तहत, इस्राएल में रह रहे भारतीयों को निकालने की शुरुआत 23 जून को हुई. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जैसवाल ने एक्स पर बताया कि पहले बैच में इस्राएल से 161 भारतीय नागरिकों को वापस लाया गया. इन्हें लेकर आई फ्लाइट मंगलवार सुबह आठ बजकर 20 मिनट पर नई दिल्ली में उतरी. उन्होंने लिखा, “विदेश में मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है.”

जैसवाल के मुताबिक, “भारतीय वायुसेना की सी-17 फ्लाइट में इस्राएल से 165 भारतीयों को वापस लाया गया... यह विमान 24 जून को आठ बजकर 45 मिनट पर भारत पहुंचा.” यानी अब तक इस्राएल से कुल 326 भारतीय नागरिकों को वापस लाया जा चुका है.

ईरान और इस्राएल के बीच हुआ युद्धविराम

समाचार एजेंसी रॉयटर्स को व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया किराष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने सोमवार को इस्राएल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत के जरिये इस्राएल और ईरान के बीच युद्ध विराम की मध्यस्थता की, जबकि उपराष्ट्रपति जेडी वैंस सहित उनकी टीम ने तेहरान के साथ बातचीत की

रॉयटर्स को नाम ना बताने की शर्त पर युद्ध विराम का विवरण देते हुए अधिकारी ने कहा कि इस्राएल इस पर सहमत है, बशर्ते ईरान नए हमले ना करे. अधिकारी ने कहा कि ईरान ने संकेत दिया है कि आगे कोई हमला नहीं होगा.

अधिकारी ने कहा कि उपराष्ट्रपति वैंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो और अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ, ईरान के साथ सीधी और दूसरों के जरिये भी बातचीत में शामिल थे.

ट्रंप ने सोमवार को पहले कहा था कि आने वाले कुछ घंटों में इस्राएल और ईरान के बीच "पूर्ण और समग्र" युद्धविराम लागू हो जाएगा, यह बात दोनों पक्षों द्वारा नए हमलों की धमकी देने के कुछ ही क्षणों बाद कही गई.