खशोगी मर्डर: तुर्की ने सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान के दो पूर्व शीर्ष सहयोगियों समेत 20 संदिग्धों पर लगाया हत्या का आरोप
तुर्की के अभियोजकों ने कहा कि 20 संदिग्धों के खिलाफ अनुपस्थिति में एक मामला चलाया जाएगा. उन्होंने हालांकि इसके लिए कोई तिथि नहीं दी. अभियोजकों ने संदिग्धों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किये हैं जो तुर्की में नहीं हैं.
Khashoggi Murder: तुर्की के अभियोजकों ने बुधवार को कहा कि उन्होंने सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान के दो पूर्व शीर्ष सहयोगियों सहित 20 संदिग्धों को रियाद के आलोचक जमाल खशोगी की 2018 में हत्या को लेकर आरोपित किया है. अभियोजकों ने सऊदी अरब के उप खुफिया प्रमुख अहमद अल असीरी और शाही अदालत के मीडिया प्रमुख सऊद अल काहतानी पर अभियान का नेतृत्व करने और सऊदी अरब की एक टीम को आदेश देने का आरोप लगाया. ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ के लिए लिखने वाले खशोगी (59) को अक्टूबर 2018 में इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्य दूतावास में प्रवेश करने के बाद मार दिया गया था. वह तुर्की की अपनी मंगेतर हातिश सेंगिज से शादी के लिए कागजात प्राप्त करने के लिए वहां गए थे.
तुर्की ने सऊदी अरब के स्पष्टीकरण से नाखुश होने के बाद इस हत्या मामले में अपनी जांच की. इस्तांबुल अभियोजक कार्यालय ने एक बयान में कहा कि असीरी और काहतानी पर इस हत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है.
अठारह अन्य संदिग्धों पर भी इस हत्या का आरोप लगाया गया है. इसमें अक्सर विदेशी दौरों पर शहजादे के साथ जाने वाले खुफिया कर्मी महेर मुतरेब , फॉरेंसिक विशेषज्ञ सलाह अल-तुबैगी और सऊदी शाही गार्ड के सदस्य फहद अल-बालावी शामिल हैं.
दोषी ठहराये जाने पर उन्हें आजीवन कारावास हो सकती है. मुतरेब, तुबैगी और बालावी उन 11 व्यक्तियों में शामिल है जिन पर रियाद में मुकदमा चल रहा है. सूत्रों का कहना है कि सुनवायी के दौरान इनमें से कई ने यह कहकर स्वयं का बचाव किया कि वे असीरी के आदेश का पालन कर रहे थे. इन लोगों ने असीरी को इस अभियान का सरगना बताया.
तुर्की के अभियोजकों ने कहा कि 20 संदिग्धों के खिलाफ अनुपस्थिति में एक मामला चलाया जाएगा. उन्होंने हालांकि इसके लिए कोई तिथि नहीं दी. अभियोजकों ने संदिग्धों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किये हैं जो तुर्की में नहीं हैं.