इटली में पुल धाराशयी होने के बाद इमरजेंसी घोषित, अब तक 39 मरे

इटली में 12 महीने के लिए आपातकाल लगाया गया है. इटली के प्रधानमंत्री जिएसेपे कॉन्टे ने पुल हादसे की घटना के बाद देश में इमर्जेंसी का ऐलान किया. जेनोआ शहर में मंगलवार को भारी बारिश की वजह से राजमार्ग के पुल का हिस्सा ढह जाने से 39 लोगों की मौत हो गई.

इटली में पुल गिरने से 39 लोगों की मौत

रोम: इटली में 12 महीने के लिए आपातकाल लगाया गया है. इटली के प्रधानमंत्री जिएसेपे कॉन्टे ने पुल हादसे की घटना के बाद देश में इमर्जेंसी का ऐलान किया. जेनोआ शहर में मंगलवार को भारी बारिश की वजह से राजमार्ग के पुल का हिस्सा ढह जाने से 39 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में तीन बच्चे भी शामिल हैं.

बुधवार को आपातकाल की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने जांच और बचाव कार्य के लिए 50 लाख यूरो (करीब 40 करोड़) रुपये भी देने की घोषणा की. ज्यूसपे कॉन्टे प्रशासन ने पुल के रखरखाव के लिए जिम्मेदार निजी कंपनी ऑटोस्ट्रेड को मिली रियायत भी वापस ले लिया है. कॉन्टे ने कहा, 'इस तरह की त्रासदियां मॉडर्न सोसायटी में अस्वीकार्य हैं.'

भारी बारिश की वजह से पुल का करीब 100 मीटर हिस्सा मंगलवार दोपहर ढह गया. पुल के गिरने के दौरान 30 से 35 कारें व तीन भारी वाहन पुल पर थे. बड़ा टॉवर व पुल का हिस्सा रेलवे लाइंस, नदी में व गोदाम पर गिरा. इटली: भयंकर तूफान से जेनोआ में पुल ढहा, 30 मरे

बीबीसी के मुताबिक, पुल के दूसरे हिस्से के ढहने के बीच 400 लोगों को हटाया गया. बचाव कार्य में खोजी कुत्तों का भी इस्तेमाल कि गया. आपदा का कारण तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन पुल की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं.

इस पुल का निर्माण 1960 में हुआ था. इसे मोरांडी पुल के नाम से जाना जाता है. यह स्थानीय बंदरगाहों से माल ढुलाई का एक महत्वपूर्ण जरिया था.

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